
Bihar Politics बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद से ही लालू की पार्टी राजद और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के बीच घमासान जारी है। राजद के साथ कांग्रेस भी नीतीश के महागठबंधन छोड़ने के फैसले को लेकर हमलावर है। इसपर जदयू ने फिर सफाई दी है। संजय झा ने कहा कि देश के सभी सीएम चाहते थे कि महागठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं करना चाहिए।
HIGHLIGHTS
- नीतीश कुमार ने ही इंडी गठबंधन बनाने का काम किया- जेडीयू
- 6 महीने तक इस गठबंधन में आगे कोई काम नहीं हुआ- जेडीयू
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi बिहार में नई सरकार बनने के बाद सियासी घमासान जारी है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। यहां तक कि उन्होंने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर तंज तक कस दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश मामूली दबाव भी नहीं सह पाते। थोड़ा सा दबाव पड़ने पर वे यू-टर्न ले लेते हैं।
इसके साथ ही दावा यह कि बिहार में जातिगत गणना उनके (कांग्रेस-राजद) दबाव में हुई। केंद्र की सत्ता मिलने पर आइएनडीआइए (I.N.D.I.A) (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) भी पूरे देश में जातिगत गणना कराने के लिए प्रतिबद्ध है और हमें नीतीश की कोई आवश्यकता नहीं।
गठबंधन में रची जा रही थी साजिश- जदयू
वहीं, अब जदयू ने भी राजद और कांग्रेस के साथ इंडी गठबंधन के नेताओं पर निशाना साधा है। जदयू नेता संजय झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने ही इंडी गठबंधन बनाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि सारे मुख्यमंत्री यह कह रहे थे कि कांग्रेस (Congress) के बिना गठबंधन बनाई जाए, लेकिन नीतीश ने जोर देकर कहा कि इसमें कांग्रेस को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि 6 महीने तक इस गठबंधन में आगे कोई काम नहीं हुआ, केवल साजिश रची जा रही थी और गठबंधन को लेकर कोई भी गंभीर नहीं था।
2029 के चुनाव की तैयारी कर रही कांग्रेस- जदयू
झा ने आगे कहा कि कांग्रेस ने पत्रकारों को बायकॉट करने का निर्णय लिया। अंत तक नीतीश ने गठबंधन के लिए प्रयास किया, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इन सभी चीजों के कारण यह (एनडीए के साथ गठबंधन) हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है, वे अब 2029 के चुनावों की तैयारी कर रहे हैं।