
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बुधवार को सागर पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संगठन के संबंध में जानकारी ली। साथ ही बुंदेलखंड में कानून व्यवस्था और जनता की समस्याओं को लेकर चर्चा की।
इस दौरान सर्किट हाउस में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सरकार विधानसभा चलाना नहीं चाहती है। सरकार स्वयं डरती है, देश में सबसे कम सत्र मध्यप्रदेश में होते हैं। विधानसभा का बजट सत्र 9 दिन का रखा गया है।
मुझे लगता है कि यह मप्र के इतिहास का सबसे छोटा बजट सत्र है। मुख्यमंत्री विधानसभा में बैठते नहीं हैं। कभी आते हैं तो चले जाते हैं। वह जनता की बातों और विपक्ष के सवालों से घबराते हैं। हमनें लाइव प्रसारण की बात कही तो इसके लिए भी घबराते हैं। यह डरपोक सरकार है। विपक्ष और जनता की बात नहीं सुनना चाहती है। इस संबंध में राज्यपाल को ज्ञापन दिया है।
जिले में एसपी काम नहीं कर रहे तो उन्हें मुख्यालय बुलाएं
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं गृह विभाग के प्रभारी हैं। प्रदेश के हर जिले में घटनाएं हो रही हैं। लेकिन, पुलिस कुछ नहीं कर रही है। अपराध पर अंकुश न लगा सकें ऐसे एसपी को जिले में क्यों बैठा रखे हैं।
यदि वह काम नहीं कर रहे हैं तो ऐसे अधिकारियों को मुख्यालय बुलाएं। साथ ही उन्होंने दुग्ध संघ के सीईओ हेमराज पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह श्रमिकों और पशुपालकों को परेशान कर रहे हैं। उनकी जांच होना चाहिए।
सौरभ शर्मा छोटी मछली
सिंघार ने परिवहन आरक्षक के मामले को लेकर कहा कि सौरभ शर्मा छोटी मछली है। वह किसके लिए काम करता था? उसके साथ कौन लोग जुड़े थे? यह सामने आना चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर बात करने से बचते हैं। सौरभ शर्मा के नाम पर करोड़ों रुपए कमाए और जमीनें खरीदी ली गईं। प्रदेश में भ्रष्टाचार चल रहा है। कई जांच रिपोर्ट सरकार दबाकर बैठी है। लोकायुक्त के जांच प्रतिवेदन लंबित पड़े हैं।
डॉ. गौर को भारत रत्न मिलना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न मिलना चाहिए। भाजपा दिलाने की बात कहती है। लेकिन अब तक भारत रत्न नहीं दिया गया है। इसके लिए सभी को गैर राजनीतिक रूप से प्रयास करना चाहिए। मैं भी डॉ.गौर को भारत रत्न की मांग को लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा।
इसके साथ ही उन्होंने राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बांध की ऊंचाई बढ़ाने का बोला था। लेकिन यह काम अब तक नहीं हुआ है। भाजपा सरकार घोषणाएं करती है, लेकिन काम नहीं करती।