
इंदौर प्रवास के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोनिया गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है। सीएम यादव ने कहा कि सोनिया गांधी के सीमित ज्ञान का यह दुष्परिणाम है। कांग्रेस ने शिक्षा का मजाक बनाकर रखा था जिसकी पोल खुल गई है।
दरअसल, कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा एक लेख के जरिए बीजेपी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे केंद्रित, व्यवसायिक और सांप्रदायिक बताते हुए आलोचना की है। इस पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार देर रात इंदौर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा कर जवाब दिया।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह सोनिया गांधीजी के सीमित ज्ञान का दुष्परिणाम है। कांग्रेस ने शिक्षा का मजाक बनाकर रखा था। जिसकी पोल इस शिक्षा नीति से खुल गई। कांग्रेस के समय दो शिक्षा नीति आई जिसमे लार्ड मैकाले के समय की ही नीति का सिर्फ रैपर बदला गया। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ अन्याय हुआ और आक्रांताओं को महान बताया। नई नीति में अब हम आराध्यों को याद कर सकते हैं, उनकी नीति ने केवल बेरोजगारों की फौज बढ़ाने का काम किया था।
केंद्र में यह नीति 2020 में पास होने के बाद इसे मप्र में सबसे पहले लागू किया गया। तब मैं ही शिक्षा मंत्री था। इस नीति को दो लाख लोगों से बात करके बनाया गया है। सीएम ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से सोनिया गांधी ने सभी विद्वानों का माखौल उड़ाया है। उन्हें सभी से माफी मांगना चाहिए, किसी समझदार से लेख लिखवाती तो ठीक रहता, नादान से लेख लिखवाकर ज्ञान बताने का काम किया वह उनके लिए और कांग्रेस पार्टी के लिए ठीक नहीं है।
मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए झूठ बोलती है कांग्रेस
वक्फ एक्ट को लेकर सीएम ने कहा कि हमने तो इस एक्ट के जरिए ज्यूडिशरी सिस्टम को मजबूत करने का काम किया है। क्योंकि यही एक कानून था जिसे ज्यूडिशरी से अलग रखा गया था। कांग्रेस ने देश के फेडरल सिस्टम का मजाक बनाया था। कांग्रेस केवल मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए झूठ बोलती, वह मुस्लिम और देश दोनों का बुरा कर रही है।
धार्मिक शहरों में शराबबंदी को समाज ने किया पसंद
धार्मिक शहरों में एक अप्रैल से हो रही शराब बंदी को लेकर सीएम ने कहा कि मां देवी अहिल्या की नगरी महेश्वर में हुई कैबिनेट में जो फैसला लिया था, उसे हमने लागू किया है और इसे पूरे समाज ने पसंद किया है। क्योंकि हमारी सोच थी कि पूरे शहर में धार्मिक नगरी में यह बंद होना चाहिए।
सोनिया गांधी को माफी मांगना चाहिए
डॉ. यादव ने कहा है कि हमे गर्व है कि हमने मध्यप्रदेश में सबसे पहले शिक्षा नीति को लागू किया, उस समय में शिक्षा मंत्री था। बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड रहा है कि सोनिया गांधी जी ने शिक्षा नीति पर सवाल उठाकर विद्वानों का अपमान किया है। उन्हें माफ़ी मांगना चाहिए। उन्होंने किसी नादान से लेख लिखवाया है। प्रदेश के धार्मिक शहरों में कल से शराबबंदी का हमारा निर्णय लागू हो जाएगा। कांग्रेस वक्फ बिल को लेकर सिर्फ तुष्टिकरण के कारण झूठ बोल रही है। कांग्रेस देश का भी बुरा कर रही है और मुस्लिम भाइयों का भी बुरा कर रही है।