
इंदौर के उद्योगपति की बहू के साथ 15 दिन पहले 1 करोड़ 60 लाख की ठगी हो गई थी। आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट करते हुए शेयर कारोबारी महिला से अकाउंट में रुपए ट्रांसफर कराए थे। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की।
सिम देने वाले और अकाउंट में रुपए डलवाने वाले कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। दो बड़ौदा, दो सूरत और सतना से पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच की टीम ने वंदना गुप्ता के साथ हुए डिजीटल अरेस्ट मामले में विवेक, अल्ताफ, अभिषेक और प्रतीक निवासी बड़ौदा, गुजरात को पकड़ा है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक वंदना गुप्ता द्वारा ट्रांसफर किए गए रुपए आरोपियों के अकाउंट में ही आए थे।
जिस सिम से वंदना को कॉल किया गया, वह भी आरोपियों के नाम से मिली थी। प्रांरभिक जानकारी के अनुसार वंदना के साथ हुई वारदात को मलेशिया में बैठे ठगों ने अंजाम दिया है। इस मामले में सतना से भी दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
1 करोड़ 60 लाख की हुई थी ठगी
वंदना गुप्ता शेयर का कारोबार करती हैं। उनके साथ 1 करोड़ 60 लाख की ठगी हुई थी। ठग ने पहले बैंक अफसर बनकर कॉल किया। फिर सीबीआई अफसर से उनकी बात कराई। बाद में मुंबई के एक थाने से उनसे संपर्क कर अफसर ने बात की। इसमें उन्हें स्काय एप डाउनलोड करवाकर कैमरे के सामने डिजीटल अरेस्ट किया गया था। क्राइम ब्रांच के अफसर पूरे मामले में जल्द खुलासा करेंगे।