
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में एक नया चम्मच घोटाला सामने आया है। यहां महिला बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ियों के लिए चम्मच, सर्विंग चम्मच और जग खरीदे हैं। इनमें एक चम्मच 810 रुपए में और एक जग 1247 रुपए में खरीदी गई है। महिला बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ियों के लिए 5 करोड़ रुपए की ये सामग्री खरीदी।
अब विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इस घोटाले पर सरकार से जवाब मांगा है।
चम्मच और बर्तनों की कीमतों में हेराफेरी
सिंगरौली में महिला बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ियों के लिए खरीदी गई चम्मच और बर्तनों में भारी गड़बड़ी सामने आई है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इसे ‘चम्मच घोटाला’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि बाजार में 30-40 रुपए में मिलने वाली चम्मच को 800-900 रुपए में खरीदा गया।
यह बच्चों और महिलाओं के साथ धोखा है। कटारे का आरोप है कि इस घोटाले में महिला बाल विकास अधिकारी, जिले के आईएएस अधिकारी, और कुछ मंत्रियों ने कमीशन लिया है।
उन्होंने लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। कटारे ने कहा कि यदि जांच नहीं होती, तो वे विधानसभा में सबूतों के साथ यह मुद्दा उठाएंगे। इस घोटाले में 1500 आंगनबाड़ियों के लिए 46,500 चम्मच 3.76 करोड़ रुपए में खरीदी गई हैं।
इसके अलावा, सर्विंग चम्मच और पानी पीने के जग भी अधिक कीमतों पर खरीदी गई हैं। वहीं, कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी सरकार को घेरा और कहा कि अब तक सरकारी राशन घोटाले की चर्चा थी, लेकिन अब चम्मच और करछी घोटाला भी सामने आ गया है।