
नाम पंचमी पर वन विभाग ने 12 सपेरों से 35 सांप रेस्क्यू किए हैं। जिन्हें वेटरनरी कॉलेज को सौंपा गया है। इनमें अधिकांश कोबरा और धामन सांप थे। ये सपेरे गली-मोहल्लों में घूम-घूमकर श्रद्धालुओं को नाग देवता के दर्शन करा रहे थे। इस दौरान लोग श्रद्धा के कारण सांपों को दूध पिला रहे थे। इसके लिए डीएफओ ने टीम गठित की थीं, जो बस स्टैंड-रेलवे स्टेशन के अलावा शहर में तैनात थीं।
वन परिक्षेत्र अधिकारी जबलपुर अपूर्व प्रखर शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने विभिन्न क्षेत्रों से सांप पकड़े हैं। डीएफओ ने बताया कि सांपों को बचाने और उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने के लिए लगातार वन विभाग और पर्यावरण प्रेमी सपेरों को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चला रहे हैं। सपेरे नागपंचमी पर सांपों को पकड़कर घर-घर ले जाते हैं और उनकी पूजा कराते हैं, जो सांपों के लिए हानिकारक है। क्योंकि सांपों को दूध पिलाना उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
2023 में 150 सांपों को रेस्क्यू किया था
रेस्क्यू टीम में गुलाब सिंह (परिक्षेत्र सहायक), रेस्क्यू दल, परिक्षेत्र का समस्त स्टाफ और सर्प मित्र शामिल हैं। गौरतलब है कि प्रति वर्ष परिक्षेत्र जबलपुर द्वारा कार्यवाही की जाती है, जिसके फलस्वरूप लगातार सांपों के प्रदर्शन और रेस्क्यू में गिरावट आ रही। साल 2023 में लगभग 150 सांप रेस्क्यू किए थे। साल 2024 में लगभग 65 सांप और इस वर्ष अभी तक 35 सांप का रेस्क्यू किया है।