
एंकर- मानवता जाति धर्म और अपनी गरीबी नहीं देखती है। मानवता का मूल उद्देश्य ही दूसरो की मदद करना है। ऐसी ही मानवता की मिशाल पेश की मडियादो के एक आदिवासी परिवार ने जो आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर है लेकिन मानवता में बड़ा अमीर है। 15 दिन से मजदूरी और लकड़ी बेचकर लावारिश बच्ची का पालन करने में जुटे अच्छेलाल आदिवासी की सभी तारीफ कर रहे है। जानकारी के अनुसार 15 दिन पहले 9 वर्षीय एक लड़की मडियादो बाजार में रोती हुई घूम रही थी । मडियादो निवासी अच्छेलाल आदिवासी ने जब बच्ची को बहुत देर तक रोते हुए और भटकते देखा तो उससे नाम पता करना चाहा जो बच्ची नही बता आई। ग्रामीणों की उपस्थिति में पुलिस को सूचना देते हुए बच्ची को सुरक्षित अच्छेलाल के हवाले कर दिया गया। 15 दिनों से अच्छेलाल आदिवासी लड़की को अपने 5 बच्चो के साथ पालने में जुटा हुआ है। लड़की के द्वारा बताए गए पते पर मडियादो पुलिस द्वारा पतासाजी की गई लेकिन परिजन नही मिले।
सौतेली मां मारती है — लड़की द्वारा अपना नाम सुधा आदिवासी बताया गया और वह अच्छेलाल आदिवासी के बच्चो के साथ खुश है और कही जाना नही चाहती है। सुधा ने बताया की वह गैसाबाद गांव की रहने वाली है। उसके पिता का नाम कन्नू आदिवासी है जिसकी मौत एक साल पहले हो गई थी और उसकी मां सौतेली है जो परेशान करती और मारती है।
ऐसे पहुंची मडियादो– सुधा ने बताया की वह बटियागढ़ में अपनी मौसी के यहां गई थी। मौसी ने गैसाबाद जाने वाली बस में बैठा दिया गया था। नींद लग जाने से वह मडियादो पहुंच गई अब वह घर नही जाना चाहती है। सुधा का कहना है की उसे यहां माता पिता और भाई बहिन से बहुत प्यार मिल रहा है अब खुश है।
छात्रावास प्रबंधन ने की मदद की पेशकश– लड़की के बेसहारा होने की जानकारी मिलने के बाद मडियादो की बालिका छात्रावास में पदस्थ वार्डन चंद्रकिरण खरे और सहायक वार्डन साक्षी बड़ेरिया अच्छेलाल आदिवासी के घर पहुंची और लड़की को छात्रावास चलने की बात कही। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने के बाद उनके द्वारा लड़की को जब तक परिजन नही मिल जाते है तब तक पढ़ाने और उसको सारी सुविधाएं देने की मदद की बात कही गई। फिलहाल लड़की छात्रावास जाना नही चाह रही है।
इस संबंध में थाना प्रभारी मडियादो ब्रजेश पांडे ने बताया की लड़की के परिजनों की तलाश की जा रही है।
आज ही सूचना प्राप्त हुई है। टीम भेज कर विभागीय योजना अनुसार लड़की को जब तक परिजन नही मिलते सागर होम्स भेजा जाएगा