
बीट गार्ड सुरेंद्र अहिरवार ने बताया कि तालाब की सतह पर पिंजरा लगाकर पूरा वन अमला मगरमच्छ को पकड़ने के लिए दिनभर बैठा रहा, लेकिन वह दिखाई नहीं दिया। लोगों से कहा गया है तालाब के आसपास न जाए और सतर्कता बरतें। तालाब में मगरमच्छ दिखाई देता है तो वन विभाग को सूचित करें। दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक में आने वाले बीजाडोंगरी गांव में हाईस्कूल के पास तालाब में सात फीट लंबा मगरमच्छ होने से ग्रामीण दहशत में है। वन विभाग की टीम तीन दिन से मगरमच्छ को पकड़ने के लिए तालाब के पास पिंजरा लगाए बैठी है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को मगरमच्छ देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी थी। रेस्क्यू टीम पिंजरा लेकर तालाब पहुंची। मगरमच्छ को पकड़ने के लिए तालाब की सतह पर पिंजरा रखा गया था, लेकिन रात होने की वजह से रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा।बुधवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू किया गया, लेकिन मगरमच्छ पिंजरे के सामने आकर वापस लौट गया, उसमें अंदर नहीं गया। गुरुवार को एक बार पुनः रेस्क्यू टीम ने मगरमच्छ को पिंजरे में कैद करने के लिए मांस के टुकड़े उसके अंदर रखे, लेकिन सुबह से लेकर देर रात तक मगरमच्छ कब्जे में नहीं आया। बीट गार्ड सुरेंद्र अहिरवार ने बताया कि तालाब की सतह पर पिंजरा लगाकर पूरा वन अमला मगरमच्छ को पकड़ने के लिए दिनभर बैठा रहा, लेकिन वह दिखाई नहीं दिया। लोगों से कहा गया है तालाब के आसपास न जाए और सतर्कता बरतें। तालाब में मगरमच्छ दिखाई देता है तो वन विभाग को सूचित करें।