
जिला प्रशासन को लोगों का रेस्क्यू करने नाव चलानी पड़ी थी। इसके बाद कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशन में शनिवार को तहसीलदार और नगर पालिका की टीम के द्वारा नाले पर बने तीन मकान को गिरा दिया।
दमोह शहर के सुभाष कॉलोनी में शासकीय नाले पर अतिक्रमण कर बनाए गए तीन मकान को जिला प्रशासन के द्वारा शनिवार की दोपहर गिरा दिया गया। यहां अतिक्रमणकारियों के द्वारा शासकीय भूमि पर पक्के मकान का निर्माण किया गया था, जिससे नाले में पानी की निकासी बंद हो गई थी और पिछले महीने हुई तेज बारिश के चलते सुभाष कॉलोनी में जलभराव के हालात निर्मित हो गए थे। जिला प्रशासन को लोगों का रेस्क्यू करने नाव चलानी पड़ी थी। इसके बाद कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशन में शनिवार को तहसीलदार और नगर पालिका की टीम के द्वारा नाले पर बने तीन मकान को गिरा दिया
बता दें, सुभाष कॉलोनी में जुलाई महीने में मूसलाधार बारिश के चलते यहां आठ से 10 फीट पानी भर गया था और करीब 10 लोग इस पानी में फंस गए थे। जिला प्रशासन को शहर के अंदर ही नाव चला कर लोगों का रेशक्यू करना पड़ा और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा गया था। इसके करीब एक हफ्ते बाद दोबारा यहां पानी भर गया और दूसरी बार नाव चलानी पड़ी। तब कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर स्वयं यहां निरीक्षण करने पहुंचे। यहां शासकीय नाले पर लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया था। कलेक्टर के निर्देशन में शनिवार को तहसीलदार मोहित जैन, नगर पालिका प्रभारी सीएमओ रितु पुरोहित और पुलिस बल की मौजूदगी में जेसीबी की सहायता से नाले पर बने तीन मकान को गिरा दिया गया।
तहसीलदार मोहित जैन ने बताया कि लोगों के द्वारा यहां पर शासकीय भूमि पर और नाले पर मकान का निर्माण किया गया था। उन्हें 15 दिन पहले नोटिस जारी किए गए थे। लेकिन अतिक्रमणकारियों के द्वारा स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया, जिसके बाद शनिवार को इन मकानों को गिराया गया है। सीएमओ ऋतु पुरोहित ने बताया, जलभराव के कारण यहां नाव चलानी पड़ी थी। क्योंकि नाले पर अतिक्रमण होने के कारण पानी निकासी के लिए जगह नहीं थी। इसके बाद शनिवार को तीन मकान को गिराया गया है। यहां यह बात भी सामने आई कि जिन तीन मकान को गिराया गया है, उन पर प्रधानमंत्री आवास योजना लिखा था, जिस पर नगर पालिका सीएमओ ने कहा कि वह इस मामले की जांच कराएंगे।