
रहली के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि मादरा ग्राम से किसान की शिकायत मिली है, जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। जिले से कृषि वैज्ञानिकों की टीम जांच के लिए तैनात की गई है।
सागर जिले के रहली के रहने वाले दो किसानों को मक्का की फसल पर टॉनिक (दवाई) का छिड़काव करना महंगा पड़ गया। दवा के दुष्प्रभाव से उनकी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। इससे परेशान किसानों ने दुकानदारों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कृषि अधिकारियों से शिकायत की है।
जिले के रहली ब्लॉक के ग्राम मादरा और जूना से दो मामले सामने आए हैं, जहां किसानों ने अलग-अलग दुकानों से दवा खरीदी थी और मक्का की फसल पर छिड़काव किया था। लेकिन, दवा का उल्टा असर हुआ, जिससे फसल बढ़ने के बजाय नष्ट हो गई और किसान ठगे से रह गए।
जानकारी के अनुसार, मादरा ग्राम के किसान नोखेलाल उर्फ राजेश लोधी निवासी कासल पिपरिया ने रहली के खमरिया रोड की एक दुकान से दवाई खरीदी थी। उन्होंने इसका छिड़काव अपनी 5 एकड़ भूमि में लगी मक्का की फसल पर किया था। दवा विक्रेता द्वारा एक खेत में डेमो भी किया गया था। लेकिन, छिड़काव के बाद पौधे सूखने लगे और पूरी 5 एकड़ की फसल नष्ट हो गई। साथ ही, डेमो वाले पौधे भी सूख गए। किसान ने शिकायती आवेदन में करीब 2 लाख रुपए का नुकसान बताया है।
दूसरा मामला ग्राम जूना का है, जहां किसान अजय जैन ने रहली-सागर रोड स्थित एक दुकान से दवाई खरीदी थी, जिसका अपने 8 एकड़ के खेत में छिड़काव किया था। इसके बाद किसान की फसल सूख गई। किसान ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है। दोनों किसानों ने कृषि अधिकारियों से दवा विक्रेताओं पर कार्रवाई करने और उचित मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है।
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी
मामले को लेकर रहली के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि मादरा ग्राम से किसान की शिकायत मिली है, जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। जिले से कृषि वैज्ञानिकों की टीम जांच के लिए तैनात की गई है। विक्रेता से भी सैंपल कलेक्ट किया जाएगा। जूना ग्राम की कोई भी शिकायत अभी नहीं मिली है। अगर, शिकायत मिलती है तो नियमानुसार जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।