
टीकमगढ़ जिले की ग्राम पंचायत स्यावनी के सचिव एवं प्रभारी रोजगार सहायक को शासकीय कार्य में लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है। तीन दिन से गोवंश एक बाडे में बंद था। उसे भूखा-प्यासा ही छोड़ दिया गया था।
टीकमगढ़ जिले के स्यावनी गांव में तीन दिनों से एक बाड़े में बंद गोवंश भूख और प्यास से तड़प रहा था। स्थानीय लोगों ने इस स्थिति की शिकायत टीकमगढ़ कलेक्टर से की, जिसके बाद कलेक्टर ने जांच के लिए एक टीम को मौके पर भेजा। जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम पंचायत स्यावनी के सचिव और प्रभारी ग्राम रोजगार सहायक देशराज विश्वकर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
टीकमगढ़ जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में गोवंश की सुरक्षा और उनके खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे, विशेषकर बरसात के मौसम में। हालांकि, ग्राम पंचायत स्यावनी के सचिव और रोजगार सहायक देशराज विश्वकर्मा ने इन आदेशों की अनदेखी की। उन्होंने गोवंश की सुरक्षा के लिए जरूरी व्यवस्थाओं को नजरअंदाज किया और पंचायत स्तर पर मुख्यालय स्थापित करने के आदेश का पालन नहीं किया।
लापरवाही, अनुशासनहीनता, और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के कारण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नवीन कुमार ने मध्य प्रदेश पंचायत सेवा अधिनियम के तहत देशराज विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय पलेरा रहेगा, और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।