
मध्य प्रदेश के रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में स्थित निदान जलप्रपात में तीन दिन पहले डूबे 18 वर्षीय युवक का शव आखिरकार सोमवार को जबलपुर और दमोह एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने खोज निकाला। यह घटना शनिवार को उस समय हुई जब ध्रुव, पिता सुखदेव पटेल, जो कि करैया राख गांव का निवासी था, अपने दोस्तों के साथ निदान वाटरफॉल में नहाने आया था। वॉटरफॉल के नीचे नहाते समय उसका पैर फिसल गया, और वह गहरे कुंड में डूब गया। इसके बाद उसके दोस्तों ने तत्काल पुलिस और वन विभाग को इसकी सूचना दी, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया।
बचाव कार्य में स्थानीय लोगों के साथ पुलिस और वन विभाग की टीम भी शामिल थी, लेकिन पहले दो दिनों में कोई सफलता नहीं मिली। घना जंगल, ऊंचे पत्थर और पानी की तेज धारा के कारण खोज अभियान में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद एसडीआरएफ की दो टीमें लगातार इस अभियान में जुटी रहीं। तीसरे दिन, सोमवार की सुबह, दमोह और जबलपुर की संयुक्त एसडीआरएफ टीम ने पुनः कुंड में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुंड के आसपास के पत्थरों और गहराई में खोजबीन की गई, और अंततः ध्रुव का शव कुंड के अंदर पत्थरों के बीच फंसा हुआ मिला। शव को कुंड से बाहर लाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शव मिलने के बाद ध्रुव के परिवार में शोक की लहर दौड़ गई, जो पिछले तीन दिनों से बेटे के सकुशल मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे।
लोकप्रिय पर्यटन स्थल है निदान जलप्रपात
निदान जलप्रपात एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां बारिश के मौसम में दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। हालांकि, इस स्थान पर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। चारों ओर घने जंगल और ऊंचे पत्थरों से घिरा यह क्षेत्र काफी खतरनाक हो सकता है। वाटरफॉल के नीचे गिरने वाली तेज धारा में फिसलने की स्थिति में जान बचाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस घटना ने एक बार फिर इस क्षेत्र में सतर्कता बरतने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।