
दमोह जिले के बांसा तारखेडा गांव में दो माह पहले हुए ट्रिपल मर्डर केस के फरार आरोपी आदित्य रॉकी सुरेखा ने सोमवार दिन में दमोह पुलिस को सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दिनभर इस बात को छिपा कर रखा और रात करीब 11 बजे दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने आरोपी के गिरफ्तारी से जुड़ी एक बाइट सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, ताकि पत्रकारों को सवालों के जवाब ना देना पड़े।
इस तरह हुआ था हत्याकांड
आपको याद होगा कि 24 जून की सुबह बांसा तारखेड़ा गांव में होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा उनके बेटे उमेश विश्वकर्मा और भतीजे विक्की विश्वकर्मा की आरोपी राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा और सजल विश्वकर्मा ने गोलियां मार कर हत्या कर दी थी। आरोपी घटना के बाद फरार हो गए थे। पुलिस ने एक दिन बाद हत्याकांड का षड्यंत्र रचने के आरोप में कॉलोनाइजर रॉकी सुरेखा और उनके मैनेजर मोनू प्रजापति को भी आरोपी बना दिया था।
एक दिन बाद हत्याकांड से जुड़े आरोपी राजा विश्वकर्मा और गोलू विश्वकर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आरोपी सजल विश्वकर्मा और षड्यंत्र के आरोपी रॉकी सुरेखा और मोनू प्रजापति फरार चल रहे थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था। करीब 15 दिन पहले सुरेखा के मैनेजर मोनू प्रजापति ने सरेंडर कर दिया था और अब रॉकी सुरेखा ने भी सरेंडर कर दिया है।
इतने हाई प्रोफाइल मामले में जहां पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी पर वाहवाही लूटती है, वहीं दमोह पुलिस इस मामले में पूरी तरह साइलेंट है। कल दिन भर अधिकारियों ने पत्रकारों के फोन तक रिसीव नहीं किए, क्योंकि उन्हें पता था कि उनसे आरोपी के सरेंडर या गिरफ्तारी से जुड़े मामले में सवाल जवाब किए जाएंगे।