
दमोह जिले की 2 ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की सहमति के बाद शराब बंदी का फैसला किया गया है। अब इन दोनों पंचायत से जुड़े गांवों में ना तो कोई शराब बेच सकेगा और ना ही कोई शराब पीकर हंगामा कर सकेगा। यदि कोई इस नियम को तोड़ता है तो उसे आर्थिक दंड दिया जाएगा। ये दोनों पंचायत तेंदूखेड़ा ब्लॉक की है। पंचायत ससना खुर्द में 10 सितंबर को पंचायत में फैसला किया है कि शराब बेचने वाले पर ₹21000 और पीने वाले पर ₹11000 का जुर्माना होगा। वही ग्राम पंचायत बिसनाखेड़ी में 9 सितंबर को फैसला किया गया कि शराब बेचने वाले पर ₹11000 और पीने वाले पर ₹5000 का जुर्माना किया जाएगा।
इन दोनों ग्राम पंचायत में शराबबंदी के फैसले के दौरान जिले में नशा मुक्ति के लिए काम करने वाले भगवती मानव कल्याण संगठन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शराब खोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है, इसलिए गांव के सभी प्रमुख जनों ने मंदिर में बैठकर के फैसला किया है और पंचायत में इसका प्रस्ताव पारित किया गया है। अब गांव में ना तो शराब बिकेगी और ना ही शराबखोरी हो सकेगी।
भगवती मानव कल्याण संगठन के पदाधिकारी ने दोनों ग्राम पंचायत के लोगों को भरोसा दिलाया है कि यदि इस फैसले के बाद कोई भी असामाजिक तत्व इस नियम को तोड़ने या फिर गांव में किसी पर दबाव बनाने का प्रयास करता है तो संगठन इस पर कड़ा एक्शन लेगा।