
मध्य प्रदेश के महाकौशल इलाके में लगातार जारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। कई जिलों का आपस में संपर्क टूट चुका है। नर्मदा नदी भी उफान पर है। इसका असर जनजीवन पर दिख रहा है।
मध्य प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र में मूसलधार बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे कई स्थानों पर यातायात प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले 24 घंटों में जबलपुर में 190.4 मिमी बारिश (लगभग साढ़े सात इंच) दर्ज की गई। इसके चलते नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ गया, और कई इलाकों में घरों में पानी भर गया है। लोग मजबूरन घरों में कैद हो गए हैं।
मंडला से जुड़े कई मार्गों पर यातायात प्रभावित
मंडला जिले में पिछले दो दिनों से जारी बारिश के कारण नर्मदा नदी और अन्य नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे मंडला-नागपुर, मंडला-कान्हा नेशनल पार्क, नैनपुर-सिवनी, और मंडला-डिंडौरी मार्ग पर यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
नरसिंहपुर जिले से दमोह का संपर्क टूटा
नरसिंहपुर जिले में वरमान से तेंदूखेड़ा रोड पर डोभी और झमरिया नदी का पानी पुल के पांच फुट ऊपर बह रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। खेतों में पानी भर जाने के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। बालाघाट और सिवनी जिलों में भी मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी है, जिसका असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। महाकौशल क्षेत्र के सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
बरगी डेम के खोले गए 17 गेट
नर्मदा नदी के ऊपरी क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण बरगी डेम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था। इस बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बरगी डेम के 17 गेट 3.15 मीटर तक खोले गए हैं। डेम में 8027 क्यूमेक पानी भर रहा है, जबकि 8199 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नर्मदा नदी के जलस्तर में 10 फीट तक की वृद्धि हुई है।