
दमोह में आगामी नवरात्रि पर्व पर जगह-जगह होने वाले गरबा महोत्सव आयोजन में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दमोह एसपी को ज्ञापन सौंपा है।
हिंदू संगठन ने ज्ञापन में कुछ मांगें रखी हैं। साथ में यह चेतावनी दी है कि यदि किसी गरबा पंडाल में कोई भी असामाजिक कृत्य होता है तो बजरंग दल तत्काल इसका प्रतिकार करेगा,जिसकी पूरी जवाबदारी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की होगी।
ज्ञापन में किया इन मांगों का किया उल्लेख
विहिप और बजरंग दल की मांग है कि 3 अक्टूबर से शारदेय नवरात्रि शुरू हो रही हैं। इस दौरान दुर्गा जी की स्थापना के साथ उनकी पूजा-अर्चना और गरबा नृत्य का आयोजन किया जाता है। जिसमें हिंदू माता-बहने शामिल होती हैं। पिछले वर्षों में देखने में आया है कि अनेक समितियों द्वारा गरबा नृत्य के कार्यक्रम कराए जा रहे हैं, जिसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश देखा गया। आयोजकों द्वारा गैर धार्मिक गानों पर नृत्य कराए गए जो नहीं होना चाहिए।
- 1.गरबा महोत्सव में बिना पहचान पत्र के प्रवेश वर्जित रखा जाए।
- 2. जिले में जहां भी गरबा महोत्सव होते हैं उनके साथ एक समन्वय बनाकर अश्लीलता परोसे जाने वाले गाने गरबा महोत्सव में ना बजाए जाएं।
- 3.गरबा महोत्सव में जिस प्रकार की पोशाक व वेशभूषा पहनी जाती है यह पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा देती है,इस पर पूर्णत रोक लगाई जाए।
- 4. मां भगवती के महापर्व गरबे के दौरान भारी मात्रा में नशे का सेवन करके उपद्रिवी और अन्य समुदायों के जो युवक शहर का माहौल खराब करते हैं उन पर कड़ी नजर रखी जाए।