
हर जगह फैली गंदगी और खुली नालियों के कारण कई तरह के बैक्टीरिया पनपने और गंदे पानी के कारण जिले के सगोनी गांव में डायरिया का प्रकोप फैलने लगा है, जिसके चलते दो लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 10 से ज्यादा लोग बीमार हैं।
जिले के पटेरा ब्लॉक में आने वाले सागोनी गांव में डायरिया का प्रकोप फैलता जा रहा है, जिससे दो लोगों की मौत भी हो गई है और 10 से अधिक लोग बीमार हैं, जो जिला अस्पताल सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पटेरा बीएमओ अशोक बडोनिया ने गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी है, जो वहां लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। गांव में डायरिया फैलने के सबसे बड़ा कारण गंदगी है, जिसके कारण लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है जिससे यह हालात बने हैं।
बीएमओ बडोनिया ने बताया कि गांव में लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया। एएनएम माया रैकवार ने बताया कि डायरिया फैलने से आरती पति राकेश मेहरा 30 और काजल पति पंकज मेहरा 25 की मौत हो गई है। इसके अलावा दिनेश मेहरा, मुकेश मेहरा, खिलौना बाई, गोविंद, बाबू राजपूत, रब्बू साहू और फिजा खान का इलाज किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता समेत स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कहा गया है कि गांव में यदि किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो जल्द ही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
जानकारी के अनुसार गांव में हर जगह फैली गंदगी ही इस बीमारी का प्रमुख कारण है। नालियां खुली पड़ी हैं, जिससे कई तरह के बैक्टीरिया पनप रहे हैं। जल स्रोतों में भी यही गंदा पानी मिलने की संभावना है और इसी के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। बता दें कि पिछले महीने बटियागड़ ब्लॉक के हरदुआ जामशा गांव में भी डायरिया फैलने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक ग्रामीण बीमार हुए थे। यहां भी गंदगी के कारण ही डायरिया फैला था।