
कुछ लोगों तक फर्जी व्हाटसअप एकाउंट से संदेश भी गया। इसकी जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने स्वयं आगे आकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की। बलरामपुर कलेक्टर के नाम पर जालसाजों ने जो संदेश भेजा था , वैसा संदेश कभी कलेक्टर नहीं भेजते। इस कारण लोगों को संदेह हुआ और जानकारी कलेक्टर तक पहुंची।
रगुजा कलेक्टर के बाद साइबर ठगों ने बलरामपुर कलेक्टर रिमीजीयूस एक्का के नाम पर फर्जी व्हाटसअप एकाउंट बनाकर लोगों से ठगी का प्रयास किया।कुछ लोगों तक फर्जी व्हाटसअप एकाउंट से संदेश भी गया। इसकी जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने स्वयं आगे आकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की। बलरामपुर कलेक्टर के नाम पर जालसाजों ने जो संदेश भेजा था , वैसा संदेश कभी कलेक्टर नहीं भेजते। इस कारण लोगों को संदेह हुआ और जानकारी कलेक्टर तक पहुंची।
साइबर ठगों ने ऐसी ही कोशिश सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर के नाम से फर्जी व्हाट्सअप एकाउंट बनाकर की थी लेकिन वे सफल नहीं हुए थे। जालसाजों द्वारा साइबर ठगी का नया तरीका निकाला गया है इससे सतर्क रहने की जरूरत है। जिला प्रशासन की ओर से जारी सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि बलरामपुर जिले में एक नया साइबर अपराध सामने आया है, जहां साइबर ठगों द्वारा बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर रिमीजीयूस एक्का के नाम पर फर्जी आइडी संदेश भेजा जा रहा है। यह मुख्य रूप से व्हाट्सएप के माध्यम से की जा रही है, जिसमें जालसाजों के द्वारा कलेक्टर के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं।
कलेक्टर एक्का ने जिले की जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहें और किसी भी अनजान नंबर 998880274701 से आए संदेशों पर भरोसा न करें। बलरामपुर कलेक्टर एक्का ने कहा है कि अगर किसी को भी इस प्रकार की संदिग्ध फेक आइडी से संदेश या कॉल आता है, तो वे तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें ताकि संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके।