
सागर में आयोजित हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र में 1700 करोड़ रुपए की लागत से डाटा सेंटर बनाने की घोषणा की गई थी। डाटा सेंटर का प्रस्ताव आने के बाद सुरखी क्षेत्र में डाटा सेंटर के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डाटा सेंटर बनाने जमीन देखी जा रही है। सुरखी में बनने वाला यह डाटा सेंटर प्रदेश का पहला डाटा सेंटर होगा। इसमें करीब एक हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। पंजाब की डाटा सेंटरिक्स कंपनी सुरखी विधानसभा क्षेत्र में 1700 करोड़ रुपए निवेश कर डाटा सेंटर बनाएगी।
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सुरखी विधानसभा में आईटी के क्षेत्र में बहुत बड़ा डाटा सेंटर मिला है। डाटा सेंटर बनने के बाद यहां करीब एक हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। डाटा सेंटर के निर्माण में पौने दो हजार करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। पंजाब की कंपनी इसका निर्माण करेगी। डाटा सेंटर बनाने के लिए जल्द ही जमीन का चयन किया जाएगा। निर्माण शुरू करने के लिए दीपावली तक भूमिपूजन करने का प्रयास है।
जानिए क्या होता है डेटा सेंटर
डेटा सेंटर एक भौतिक स्थान है जो कम्प्यूटिंग मशीनों और उनसे संबंधित हार्डवेयर उपकरणों को संग्रहित करता है। इसमें कम्प्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर होता है। जिसकी आईटी सिस्टम को आवश्यकता होती है। सर्वर, डेटा स्टोरेज ड्राइव और नेटवर्क उपकरण। यह एक भौतिक सुविधा है जो किसी भी कंपनी के डिजिटल डेटा को संग्रहीत करती है। डेटा सेंटर का कंपनियों, व्यवसाय, उत्पाद समेत क्षेत्रों का डाटा रखने के लिए महत्वपूर्ण होता है। डाटा सेंटर बनने से मप्र के छोटे उद्योगपतियों को भी फायदा मिलेगा। वर्तमान में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चैन्नई जैसे बड़े शहरों में बड़ी कंपनियों के डाटा सेंटर हैं। मध्यप्रदेश में एक भी डाटा सेंटर नहीं है।
सागर जिले में यह उद्योग भी आएंगे
सागर जिले में पैरामाउंट केबल ने केबल निर्माण करने के लिए 250 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही बीना में इंडस्ट्रीज एंड ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने 100 करोड़ का निवेश कर गार्मेंट फैक्ट्री लगाने, पोर्टेबल पेट्रोल पंप, एविएशन, मध्यभारत एग्रो ने फैक्ट्री विस्तार समेत अन्य प्रस्ताव रखे। जिन्हें जमीन पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की गई है।