
आज (5 अक्टूबर) मोहन कैबिनेट की बैठक दमोह जिले के सिंग्रामपुर में हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने पूरे मंत्रिमंडल और सीनियर अफसरों के साथ पूरा दिन सिंग्रामपुर में बिताएंगे। यहां कैबिनेट की बैठक के साथ सभी मंत्री अलग-अलग कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।
दरअसल, राज्य शासन ने मातृ शक्ति को सम्मान देते हुए स्वतंत्रता संग्राम, सुशासन, साहस जैसे क्षेत्रों में राष्ट्र के लिए योगदान देने वाली वीरांगनाओं, शासिकाओं की स्मृति में ये पहल की है। इसी के तहत आज वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर सरकार उनकी प्राचीन राजधानी सिंग्रामपुर में ओपन-एयर (खुला क्षेत्र) कैबिनेट मीटिंग कर रही है।

किलेनुमा पंडाल में होगी कैबिनेट बैठक
कैबिनेट की ये बैठक रानी दुर्गावती के सुशासन, उनकी कार्यकुशलता और महिलाओं के सशक्तिकरण से प्रेरित है। इस बैठक का डिजाइन रानी दुर्गावती के किले की भव्यता को प्रतिबिंबित करता है। जिसमें एक किलानुमा प्रवेश द्वार और शिव मंदिर भी शामिल हैं।
यह पहली बार है जब कैबिनेट की बैठक एक खुले क्षेत्र (ओपन एरिया) में की जा रही है, जो रानी दुर्गावती के समय की स्थापत्य कला से प्रेरित है। यहां की आर्किटेक्चरल छत और दीवारें रानी के जीवन की संपूर्ण यात्रा को जीवंत रूप से पेश करेंगी। इसमें नारी युद्ध, प्रगतिशील शासन और महिलाओं के सशक्तिकरण में उनकी अहम भूमिका को खासतौर से उजागर किया जाएगा।
इस आयोजन की डिजाइन में पत्थर की शानदार दीवारें, मेहराबदार खिड़कियां और एक मध्यकालीन किले की प्रमाणिकता को दर्शाने वाले तत्व शामिल हैं। सजावट गौंड कला से प्रेरित है, जो रानी दुर्गावती के सिंग्रामपुर क्षेत्र के गोंड समुदाय के साथ उनके गहरे संबंध को उजागर करती है।
गोंड गांव की तर्ज पर सजी है रसोई
जहां मंत्री और अतिथि भोजन करेंगे, वह खाद्य क्षेत्र एक पारंपरिक गोंड गांव के आंगन की तर्ज पर सजाया गया है। जहां मेहमान पेड़ों के नीचे बैठेंगे। वे हटा से लाए गए प्राचीन कांसे के बर्तनों में परोसे गए भोजन का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा मंत्रियों के लिए विशेष कार्यालय गोंड कला और भित्ति चित्रों से प्रेरित होकर बनाए जा रहे हैं, जो कार्य-क्षमता और सांस्कृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम प्रस्तुत करेंगे।
सिंग्रामपुर के भव्य आयोजन में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों का स्वागत स्थानीय जनजातीय सांस्कृतिक टीम की ओर से पारंपरिक शैली में किया जाएगा, जो क्षेत्र की अनोखी परंपराओं को दर्शाएगा।
