
दमोह जिले के सागोनी वन परिक्षेत्र के जिलहरी गुदरी और आसपास के गांवों में एक जंगली जानवर देखा गया है, जो तेंदुए जैसा दिखता है। ग्रामीणों ने इस जानवर को देखने के बाद वन विभाग को सूचित किया है। सुरक्षा के मद्देनज़र वन विभाग ने गांवों में मुनादी शुरू कर दी है।
वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सुबह और देर रात घर से अकेले बाहर न निकलें। माना जा रहा है कि यह जानवर जंगल से निकलकर ग्रामीण इलाकों में घूम रहा है और संभावित रूप से खतरा पैदा कर सकता है। लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
दमोह के जंगलों में पहले से तेंदुए की बड़ी संख्या मौजूद है और नौरादेही अभ्यारण बनने के बाद बाघों की संख्या भी बढ़ी है। पहले भी इन इलाकों में तेंदुए और बाघ देखे गए हैं।
कुछ साल पहले दमोह शहर में भी एक तेंदुआ भटक कर पहुंचा था, जिसे पकड़ने में वन विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी।
करीब डेढ़ साल पहले भी एक तेंदुए ने बांसा तारखेडा क्षेत्र के गांव में हमला कर कई लोगों को घायल किया था। उसे पकड़ने के लिए पिंजरे का इस्तेमाल किया गया था।
इस तरह की घटनाओं को देखते हुए वन विभाग अब कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।
हालांकि, तेंदुए की मौजूदगी की अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। फिलहाल वन विभाग ग्रामीणों के बताए अनुसार तेंदुए की तलाश कर रहा है और सभी को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।