
सागर में एयरपोर्ट निर्माण के लिए कंसल्टेंट की टीम इसी माह सागर आएगी। वह ढाना हवाई पट्टी पहुंचकर उसे एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए जरूरी जमीन, सुविधाओं की रिपोर्ट तैयार करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर उनके प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने कंसल्टेंट को सागर जाकर यह काम जल्द करने के लिए कहा है। इसके बाद कंसल्टेंट ने सागर में संपर्क कर यहां आने की सूचना दी है।
शुरुआती जानकारी में निकलकर आया है कि एयरपोर्ट के लिए रन-वे 2300 मीटर लंबा बनाया जा सकता है। एयरपोर्ट के लिए लगभग 250 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में कंसल्टेंट की फाइनल रिपोर्ट के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। गौरतलब है कि सागर में एयरपोर्ट की मांग लंबे समय से चल रही है, जिसको लेकर पहली बार मुख्यमंत्री ने 27 सितंबर को सागर में ही घोषणा की थी, अब उस दिशा में जमीन पर काम दिखना शुरू हो सकता है।
पीएमश्री पर्यटन सेवा भी कभी भी हो सकती है शुरू
सागर के ढाना में हवाई पट्टी पहले से ही है। मुख्यमंत्री ने जून माह में सागर के कार्यक्रम में ही कहा था कि सागर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में पीएमश्री पर्यटन सेवा शुरू की जाएगी। प्रदेश के अन्य जिलों में तो यह शुरू हो गई लेकिन सागर में ही इसकी शुरुआत नहीं हो सकी। इसको लेकर सागर के जनप्रतिनिधियों ने उनसे बात की थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने उनसे कहा था कि सागर हमारी प्राथमिकता में है, यह सेवा जल्दी ही यहां चालू होगी, हालांकि उन्होंने तारीख नहीं बताई थी। परंतु जिस हिसाब से एयरपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री ने सक्रियता दिखाई है, उससे संदेश है कि पीएमश्री हवाई सेवा किसी भी दिन यहां शुरू की जा सकती है।
27 सितंबर को ही हुआ था 1800 करोड़ का निवेश
सागर में हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में ओला एविएशन कंपनी ने सागर सहित चार शहरों में एयरपोर्ट विकसित करने का प्रस्ताव रखते हुए 1800 करोड़ रुपए के निवेश की बात कही थी। यानी 450 करोड़ रुपए की राशि सागर में ही खर्च होगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी पत्रकारवार्ता में कहा था कि इनमें से सबसे पहला एयरपोर्ट सागर में बनेगा। सागर में एयरपोर्ट की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री की घोषणा और अब कंसल्टेंट के सागर दौरे से यह साफ हो सकेगा कि एयरपोर्ट बनकर तैयार होने में कितना समय लगेगा। कितनी जमीन लगेगी और उसका क्या स्वरूप होगा।
रीवा और उज्जैन के बाद सागर को विकसित करने के निर्देश
विधायक शैलेंद्र जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पीएस शुक्ला ने कंसल्टेंट को कहा है कि रीवा और उज्जैन के बाद सागर एयरपोर्ट को विकसित करने का काम करना है। यह सागर के लिए खुशखबरी है क्योंकि यह जो नया अपडेट है, वह मुख्यमंत्री के स्तर पर ही हुआ है। इससे साफ है कि वे जो सागर में घोषणा कर गए थे, उस पर महज 15 दिन के भीतर ही अमल होना शुरू हो गया है। कंसल्टेंट इसी माह सागर आएंगे। वे जितनी जमीन की जरूरत बताएंगे, वह अधिग्रहित की जाएगी। इसके बाद आगे की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। एयरपोर्ट बनने से सागर को बड़ा फायदा होगा।