
टीकमगढ़ जिले की नगर परिषद सीएमओ एवं परिषद के बीच चल रही तनातनी के चलते परिषद में फिर कड़ा विरोध जताया है। परिषद का कहना था कि सीएमओ द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है, नगर परिषद के लिए सामग्री खरीदी को लेकर सीएमओ द्वारा लाखों का भुगतान कर दिया गया है, जबकि खरीदी गई सामग्री का परिषद से सत्यापन नहीं कराया गया है।
नगर परिषद कार्यालय पहुंची परिषद ने स्टोर रूम सहित सामग्री रखने वाले चार कक्षों में अपना ताला डालकर एवं पंचनामा चस्पा कर कक्षो को सील कर दिया है। नगर परिषद अध्यक्ष भारती प्रजापति, उपाध्यक्ष फूलवती असाटी, पार्षद भान कुबर राठौर, सुखवाती विश्वकर्मा, जितेंद्र जैन, कमलेश गौड़, गीता नामदेव, जीरा अहिरवार, अजीज खान, रेखा राजपूत, बृजेश कुशवाहा एवं सुनील रैकवार ने नगर परिषद पहुंचकर कक्षों में ताला जड़ा एवं पंचनामा बनाकर नगर परिषद के इंजीनियर को सौंप दिया। दरअसल कक्षो को इसलिए सील किया गया कि परिषद द्वारा सामग्री का सत्यापन करने के लिए मांगी गई चाबी को स्टोर शाखा प्रभारी द्वारा नहीं दिया गया। खरीदी गई सामग्री देखने और उसका सत्यापन करने के लिए चाबी नहीं मिलने पर परिषद द्वारा यह कदम उठाया गया है।
इंजीनियर को दिए गए पंचनामा एवं सामग्री कक्षो में जसपा किए गए पंचनामा में अध्यक्ष सहित परिषद प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि परिषद द्वारा स्थाई एवं मास्टर कर्मचारी की उपस्थिति पंजी, कैश बुक, स्टॉक रजिस्टर, इबीका लेखा जोखा एवं स्टॉक स्टोर की चाबी नहीं दी गई, क्योंकि खरीदी गई सामग्री का सत्यापन करना था। यह चाबी स्टोर शाखा प्रभारी के पास है और उन्होंने चाबी देने से साफ मना कर दिया। पंचनामा में कहां गया कि सीएमओ द्वारा मनमानी की जा रही है, नगर के विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। साफ सफाई भी ठीक ढंग से नहीं हो रही है, जबकि सीएमओ द्वारा निरंतर राशि का आहरण किया जा रहा है।
इस संबंध में स्टॉक स्टोर शाखा प्रभारी ने बताया कि सीएमओ ने चाबी देने से मना किया था इसलिए अध्यक्ष एवं परिषद को चाबी नहीं दी गई, चाबी उनके पास है। वही नगर परिषद के इंजीनियर ने कहा कि परिषद ने पंचनामा दिया है, जिसे वह सीएमओ को देंगे। वही परिषद ने अध्यक्ष कक्ष का ताला भी लगाया है क्योंकि इस कक्ष से एक दरवाजा सामग्री स्टोर रूम में जाने के लिए भी है इसलिए अध्यक्ष सहित चार कक्षों का ताला लगाया गया है।
लाखों रुपए का भुगतान करने का आरोप
परिषद ने बताया कि स्वच्छता सामग्री, हैंड पंप सामग्री, नालियों में छिड़काव करने वाली फिनाइल एवं कीटनाशक दवा आदि खरीदी गई सामग्री का सत्यापन नहीं कराया जा रहा है, जबकि खरीदी गई सामग्री का लाखों रुपए में भुगतान कर दिया गया है। नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा कि सीएमओ द्वारा माह अगस्त 24 में लाखों रुपए का भुगतान कर दिया गया है। यह भी आरोप लगाया कि सामग्री खरीदी में गड़बड़ी की गई है। नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं पार्षदों ने कहा कि सीएमओ की मनमानी को लेकर गत दिवस कलेक्टर एवं सागर में अधिकारियों से शिकायत की गई थी, लेकिन सीएमओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अब सीएमओ की शिकायत करने परिषद भोपाल जाएगी और सीएमओ की लापरवाही उजागर कर शिकायत की जाएगी। बड़ागांव नगर परिषद की सीएमओ ज्योति सुनहरे ने कहा कि जो भुगतान हुआ है, उसकी सामग्री खरीदी गई है। परिषद द्वारा कक्षो में जो ताले लगाए गए हैं वह नियम विरुद्ध है, उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। सीएमओ ने कहा सोमवार को वह टीएल की बैठक में मौजूद थी। उनके द्वारा ऐसा कोई कार्य नहीं किया गया है जो नियम के विपरीत हो। परिषद को शायद उनका टीकमगढ़ नगर पालिका सीएमओ बनना ठीक नहीं लग रहा है।
मनमानी के विरुद्ध उठाए जाएंगे सख्त कदम
नगर परिषद अध्यक्ष भारती प्रजापति ने कहां की यदि सीएमओ की मनमानी नहीं रुकी तो नियम अनुसार परिषद के द्वारा कड़े कदम उठाए जाएंगे क्योंकि गांव के विकास कार्य रुके पड़े हैं। और परिषद एवं आम लोगों के समक्ष सील किए गए कक्षो को खोला जाए
नगर पंचायत की सीएमओ ज्योति ने कहा कि पार्षदों के द्वारा किया गया कृत्य असंविधानिक हैं नगर की सफाई व्यवस्था को बिगड़ने के लिए पार्षदो ने यह कृत्य किया है जबरन हमारे ऊपर दवाब डालकर पार्षद अपने परिजनों के खाते में प्रधानमंत्री आवास की राशि डलवाना चाहते हैं।
