
बीते माह आसमान छू रहे सब्जियों के दाम अब लोकल आवक शुरू होने से सामान्य हो रहे हैं। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय तबके को महंगाई से कुछ राहत मिलेगी। बाहरी राज्यों और स्थानीय क्षेत्रों से हरी सब्जियों की आवक बढ़ने से आम आदमी की पहुंच से बाहर हो चुके टमाटर के दाम 50 फीसदी घट गए हैं।
पिछले माह तक 80 से 90 रुपए किलो के भाव से बिक रहे टमाटर के दाम अब वैरायटी के अनुसार 40 से 50 रुपए किलोग्राम पर आ गए हैं। वहीं धनिया पिछले महीने जहां 200 रुपए प्रतिकिलो बिक रही थी, अच्छी आवक होने से उसके दाम 150 रुपए तक कम हुए हैं। वर्तमान में धनिया 50 से 60 रुपए किलो पर बिक रही है। इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी कम हुए हैं। ऐसे में गृहणियों ने राहत की सांस ली है। इस सप्ताह सब्जियों के दामों में 10 से लेकर 40 रुपए प्रतिकिलो तक गिरावट आई है। थोक व्यापारियों का दावा है कि आने वाले दिनों में सब्जी की लोकल आवक बंपर होने की उम्मीद है। जिसके चलते सब्जी के भाव अभी और गिरेंगे। अच्छी बात है कि अब अगले तीन महीने सब्जी महंगी होने की उम्मीद नहीं है।
इस बार आलू की अच्छी उपज
सब्जी विक्रेता जमुना प्रसाद पटेल ने बताया कि दिसंबर में लोकल एवं बाहर के नए आलू की आवक बढ़ने पर आलू के दामों में कमी आएगी। पिछले चार महीने से महंगा होने के कारण इस बार किसानों ने आलू की अच्छी पैदावार की है। जिसके चलते लोगों को कुछ ही दिनों बाद आलू से राहत मिलना शुरू हो जाएगी।
दिसंबर में नई बाहरी प्याज आने के बाद गिरेंगे दाम
थोक व फुटकर सब्जी-फल विक्रेता संघ के अध्यक्ष राजकुमार धामेचा ने बताया कि प्याज अभी वैरायटी के अनुसार 20 से 25 रुपए किलो एवं 30 से 40 रुपए किलो बिक रही है। प्याज सस्ता होने के लिए अभी एक महीने और इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि महाराष्ट्र में पानी गिर जाने के कारण प्याज की फसल प्रभावित हुई है। दिसंबर में बाहर की नई प्याज आनी शुरू होगी तो दाम गिरेंगे। वहीं लोकल प्याज की नई फसल फरवरी-मार्च में आना शुरू होती है।
