
देव उठनी एकादशी पर गन्ना पूजन का बड़ा महत्व है। परंपरानुसार घरों में माता तुलसी और भगवान सालिगराम के विवाह के लिए गन्ने का मंडप सजाया जाएगा। इस दिन गन्ने के रेट आम दिनों से ज्यादा रहते हैं।
दरअसल, नई फसल इसी समय आती है। गन्ने की फसल 10-11 महीने में तैयार होती है। सर्दी के सीजन के शुरुआत में गन्ना लगाया जाता है। सागर जिले में गन्ने का रकबा 100 हैक्टेयर से भी कम है। रहली व देवरी के अलावा किसान सिर्फ अपने लिए ही खेत में गन्ना लगाते हैं। देव उठनी ग्यारस पर पूजन के लिए गन्ना बाहर से बिकने आता है। मुख्य रूप से नरसिंहपुर और रायसेन से गन्ना आता है। यहां गन्ने की अच्छी पैदावार हुई है। शुरुआत में कीट का प्रकोप था, लेकिन किसानों ने दवाओं का छिड़काव करके उस पर काबू पा लिया था।
केंद्र सरकार ने गन्ना की एफआरपी तय की है। जिससे प्रति क्विंटल 25-30 रुपए ज्यादा में गन्ना फैक्टरियों में खरीदा जा रहा है। इस लिहाज से इसके रेट आंशिक रूप से बढ़ गए हैं। गन्ना व्यापारियों के अनुसार इस एकादशी पर सागर में गन्ना के रेट प्रति नग 2-3 रुपए ज्यादा रह सकते हैं। 10 नवंबर से गन्ने की आवक शुरू हो जाएगी। जिले में भी गन्ना और बराई खेतों में लगाए गए हैं।
इस साल अच्छी बारिश के कारण गन्ना की पैदावार बढ़ेगी
नरसिंहपुर के बोहानी गन्ना अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञ ब्रजकिशोर शर्मा ने बताया कि मप्र के कुल गन्ना उत्पादन क्षेत्र का 65% नरसिंहपुर जिले में है। यहां 8 गन्ना मिल हैं। नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, दतिया व डबरा में भी गन्ना मिल हैं। इसलिए इन क्षेत्रों में गन्ना की पैदावार होती है। पिछले दो तीन साल में गन्ना कि क्षेत्र कम होकर 65000 हैक्टेयर रह गया, लेकिन 2024-25 में यह बढ़कर 70000 हैक्टेयर होने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण 2024-25 के लिए केंद्र सरकार ने एफआरपी (Farmer Remuneration Price) 310 से बढ़ाकर 340 रुपए प्रति क्विंट घोषित की है। इस साल बारिश भी अच्छी हुई। जिससे गन्ना पैदावार बढ़ेगी। सागर के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक आशीष त्रिपाठी ने बताया कि जिले में गन्ना का एरिया बेहद कम है। लगभग 100 हैक्टेयर होगा। ज्यादातर किसान अपने लिए ही गन्ना लगाता है। यहां शुगर मिल न होने के कारण गन्ना लगाने के प्रति किसानों में रुचि नहीं है।
3, 5 व 11 गन्ने का मंडप बनेगा
देव उठनी एकादशी पर माता तुलसी व भगवान सालिगराम के विवाह के लिए गन्ने का मंडप तैयार करने के लिए 3, 5 या 11 गन्ने का उपयोग होता है। बराई भी पूजी जाती है। गन्ना व्यापारी नरसिंहपुर, रायसेन व आसपास के जिलों से सीधा किसान से गन्ना खरीदकर लाते हैं। अच्छी क्वालिटी का गन्ना 15-20 रुपए प्रति नग तो बराई 10 रुपए नग तक में बिकेगी।