
सागर में बंडा थाना क्षेत्र के दलपतपुर में कियोस्क सेंटर संचालक ने एक बैंक के मैनेजर पर 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। मामले में कियोस्क संचालक ने रविवार को पुलिस चौकी बरा, बंडा थाना और एसपी कार्यालय में शिकायती आवेदन सौंपा है। शिकायत पर पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
शिकायतकर्ता उदल सिंह लोधी निवासी डिलोना ने शिकायत में बताया कि दलपतपुर में कियोस्क सेंटर संचालित करता हूं। बैंक के शाखा प्रबंधक ने बिजनेस का झांसा देकर 5 लाख रुपए लिए हैं। यह रुपए उन्होंने हमारे ऊपर लोन करके लिए हैं। उन्होंने उक्त पैसे पत्नी, रिश्तेदारों समेत अन्य के खातों में डाले हैं। उक्त 5 लाख रुपए का स्टेटमेंट मेरे पास है। कुछ दिन बाद जब मैंने मैनेजर से कहा जो रुपए आपने लिए थे, वह वापस कर दो तो उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में दे दूंगा।
पैसे वापस दिलाने की मांग
लेकिन कुछ दिन बाद वह कहने लगे कि पैसे कब दिए थे। धमकी देने लगे। उन्होंने कहा कि एक आवेदन दे दूंगा तो तुम्हारी बीसी आईडी बंद हो जाएगी। मैं तो ट्रांसफर करा लूंगा। लोन तुम्हें ही भरना पड़ेगी। प्रतिमाह 11,500 रुपए की किस्त भी जबरन जमा करवाते हैं। किस्त जमा नहीं करने पर बीसी आईडी पर होल्ड लगा देते हैं। मामले में शिकायतकर्ता ने जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने और पैसे वापस दिलाने की मांग की है।
मैनेजर बोले- धोखाधड़ी का आरोप गलत
सेंट्रल बैंक दलपतपुर के शाखा प्रबंधक बालमुकुंद मीना ने बताया कि मैं शासकीय सेवक हूं। मेरी पत्नी डायरेक्टर सेलिंग नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में काम करती हैं। उदल सिंह मुझसे कंपनी और उसके सामान के संबंध में पूछता था। 2013 में उदल सिंह अपनी मर्जी से कंपनी से जुड़ा है। स्वतंत्र प्रतिनिधि है। उसका रजिस्ट्रेशन भी है। उसने 3.80 लाख रुपए कंपनी में लगाए हैं। जिसके बदल उसने सामान की खरीदी की है। उसकी पर्चियां भी मेरे पास हैं। सभी दस्तावेज मेरे पास हैं जो पुलिस के सामने पेश करूंगा। 5 लाख की धोखाधड़ी का आरोप गलत है।