
जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के विधि विभाग में मनुस्मृति कक्ष बनाए जाने को लेकर विरोध के स्वर मुखर हो गए हैं। इस मामले को लेकर आदिवासी बहुजन अधिकार कल्याण संघ के द्वारा मंगलवार को अंबेडकर चौक से वाहन रैली निकाली गई। रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी पहुंचकर संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया।
यूनिवर्सिटी के विधि विभाग में बनाया जा रहा कक्ष
संगठन के देवेश चौधरी का कहना है कि विश्वविद्यालय के विधि विभाग में मनुस्मृति कक्ष का बनाया जाना मनुवादी मानसिकता का प्रतीक है और स्वस्थ्य समाज के निर्माण में बाधक है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के छात्रावस निर्माण के लिए विश्वविद्यालय के पास समय नहीं है, लेकिन मनुस्मृति कक्ष के लिए पर्याप्त जगह है। साल 2021 में आयोजित हुई विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में ये कहकर एस.सी.,एस.टी. छात्रावास के निर्माण से इनकार कर दिया था कि ये अकादमिक क्षेत्र है, यहां रहवासी परिसर है। इसलिए छात्रावास नहीं बनाया जा सकता।
उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
आदिवासी बहुजन अधिकार कल्याण संघ ने मनुस्मृति कक्ष बनवाने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।