
जिले में 58 हजार 543 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन एक माह के अंतराल में महज चार हजार 937 कार्ड ही बन पाए है। माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण योजना का क्रियान्वयन सही नहीं हो पा रहा।
प्रधानमंत्री जन आरोग्यम योजना के तहत अब 70 वर्ष या इससे अधिक आयु वाले सभी बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। दमोह जिले में इसके लिए 58 हजार 543 कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन एक माह के अंतराल में महज चार हजार 937 कार्ड ही बन पाए है। माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण योजना का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। वहीं इस मामले में जिला मुख्यालय रेड जोन में है जो एक चिंता का विषय है।
बता दें कि केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जन आरोग्यम योजना का विस्तार 29 अक्तूबर को किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं इसकी जानकारी दी थी, जिसके तहत 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। यानी अमीर, गरीब अथवा सामान्य वर्ग सभी को इसका लाभ मिलेगा। सभी जिलों को शासन की ओर से लक्ष्य भेजा गया था, साथ ही कहा गया था कि इसका क्रियान्वयन जल्द से जल्द किया जाए।
यानी लक्ष्य की प्रति एक माह के भीतर करने को कहा गया था, लेकिन दमोह जिले की स्थिति अत्यंत दयनीय है। जानकारी अनुसार यहां पर 58 हजार 543 बुजुर्गों के कार्ड बनाकर इसका लाभ दिया जाना है, लेकिन एक माह का समय बीत चुका है और प्रगति मात्र चार हजार 937 कार्ड ही बन पाए है।
प्रशासनिक उदासीनता बड़ा कारण कहने को तो बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिले में जगह-जगह शिविर लगाए जा रहे है, लेकिन इसका नतीजा देखने को नहीं मिल रहा है। सूत्रों का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार इसे लेकर गंभीर ही नहीं है। यही वजह है कि दमोह जिले की स्थिति सबसे खराब है और दमोह जिला लक्ष्य में मात्र आठ प्रतिशत ही कार्य पूर्ण कर पाया है।
वहीं सबसे अधिक समस्या दूरस्थ क्षेत्रों में बने गांव में रहने वाले बुजुर्गों को बनी हुई है जिनको इस योजन की जानकारी नहीं लग पाती है। सीएमएचओ मुकेश जैन का कहना है जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य चालू है। इस कार्य में अवश्य ही प्रगति नहीं मिल पा रही है। इस गति को और तेज किया जाएगा ताकि जल्द ही लक्ष्य पूरा किया जा सके।