
जबलपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर बूढ़ी कोनी गांव में कुर्सी पर बैठने के विवाद में दो परिवारों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। घटना में दोनों ही परिवारों के एक दर्जन से ज्यादा महिला-पुरुष घायल हुए है। तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को पाटन स्वास्थ्य केंद्र और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। पाटन थाना पुलिस ने दोनों परिवारों के खिलाफ मारपीट, हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
जबलपुर के बूढ़ी कोनी गांव में शुक्रवार रात मोहन यादव अपने घर के बाहर कुर्सी पर बैठकर आग ताप रहे थे। उस दौरान दीपक यादव अपने रिश्तेदार के साथ वहां से गुजर रहा था। पड़ोस में रहने वाला रमेश बर्मन कुर्सी पर बैठा था। उसे देखकर दीपक ने कहा, ये देखो अब ये भी कुर्सी पर बैठते हैं। इतना बोलते हुए दीपक ने रमेश से खड़े होने को कहा। जिसका बर्मन परिवार ने विरोध किया। इस पर दीपक ने अपने चाचा और पिता को फोन लगाकर बुला लिया। विवाद बढ़ता देख गांव में भारी भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने दोनों परिवारों को समझाते हुए विवाद शांत करवाया। रात करीब साढ़े 12 बजे यादव और बर्मन परिवार के बीच फिर से लड़ाई होने लगी। दोनों परिवार आमने-सामने आ गए।
जमकर हुई मारपीट
रात साढ़े 12 बजे दीपक ने चाचा कुंवर राव, पिता मोहन यादव सहित करीब छह से सात लोगों के साथ मिलकर रमेश बर्मन पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। बीच-बचाव करने आए रमेश के परिवार वालों ने भी हमला कर दिया। इस घटना में मोहन यादव,दीपक यादव, कुंवर यादव, राजकुमार यादव सहित चार लोग घायल हुए हैं। वही रमेश बर्मन, अनिल बर्मन सहित कई महिलाएं इस विवाद में घायल हुई हैं।
पुलिस ने जांच शुरू की
रात को बूढ़ी कोनी गांव में हुए विवाद की जानकारी मिलते ही पाटन थाना प्रभारी नवल आर्य टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। थाना प्रभारी का कहना है कि विवाद की असल वजह पता की जा रही है। घायलों की तरफ से कुर्सी पर बैठने को लेकर लड़ाई होना कहा गया है।
