
छतरपुर में 16 साल की नाबालिग ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया। उसने मंगलवार की शाम को घर पर जहरीला पदार्थ खा लिया था, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार रात उनकी हालत बिगड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। गुरुवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जिला हॉस्पिटल चौकी पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद बॉडी को परिजनों को सौंप दिया है। वहीं, थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बागेश्वर धाम में मिर्गी की झाड़-फूंक कराई थी
जानकारी के मुताबिक मृतक गीता (17) पिता अंतू कुशवाहा निवासी ग्राम सादनी की रहने वाली थी। वह गांव के ही स्कूल में 8वीं क्लास में पढ़ाई कर रही थी। मां बेनी ने बताया कि कुछ समय से उसे मिर्गी आते थे। जिसके लिए परिवार के लोगों ने बागेश्वर धाम में झाड़ फूंक कराई थी, इसके बाद उसे आराम लग रहा था।
हालत बिगड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया
मृतक की मां ने आगे बताया कि मंगलवार को परिवार के सभी लोग खेत पर काम कर रहे थे। इसी दौरान छोटी लड़की ने जानकारी दी कि गीता की हालत ठीक नहीं है, उसे उल्टियां आ रही है। उसे इलाज के लिए जिला जिला अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। बुधवार की रात उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने लगी, जिसके बाद उसे छतरपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां इलाज के दौरान गुरुवार की दोपहर उसकी मौत हो गई।
सटई थाना प्रभारी रूप नारायण पटेरिया ने बताया कि उन्हें इस मामले के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। आपके माध्यम से जानकारी मिली है, जल्द ही जांच करवाता हूं।