
दमोह में स्टेडियम के पास गुरुवार शाम जेसीबी की टक्कर से दो लोगों की मौत के बाद शुक्रवार को परिजनों ने कोतवाली में हंगामा किया। परिजनों की मुख्य मांग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई, मुआवजा और सरकारी नौकरी की थी।
लगभग दो घंटे तक चले विरोध के बाद सीएमओ प्रदीप शर्मा ने परिजनों से बातचीत की। उन्होंने नियमानुसार 4 लाख 6 हजार रुपए की मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया। साथ ही परिवार के किसी योग्य सदस्य को आउटसोर्स के माध्यम से नौकरी देने की बात कही, क्योंकि सीधी सरकारी नौकरी देने का अधिकार उनके पास नहीं है।
शुरुआत में परिजन इस प्रस्ताव को मानने को तैयार नहीं थे, लेकिन समाज के कुछ प्रतिष्ठित लोगों के समझाने पर वे मान गए। परिजनों की मांग पर एक लिखित आवेदन तैयार किया गया, जिसे सीएमओ के माध्यम से शासन स्तर पर भेजा जाएगा।
मृतक अशोक अहिरवार की पत्नी गीता अहिरवार ने कहा कि घर चलाने के लिए उन्हें नौकरी और मुआवजे की जरूरत है। इन मांगों पर सहमति बनने के बाद वे संतुष्ट हैं।
जेसीबी चालक पर अभी नहीं हुई एफआईआर
टीआई आनंद राज के अनुसार, जेसीबी चालक पप्पू खान के खिलाफ अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हादसे में दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका जबलपुर में इलाज चल रहा है।
बता दें कि गुरुवार शाम स्टेडियम के पास एक बाइक पर सवार चार लोग की जेसीबी से टक्कर हो गई थी, जिसमें अशोक अहिरवार और मनोज अहिरवार की मौत हो गई थी। मनोज और अशोक का भतीजा जतिन और उदय गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इनका जबलपुर में इलाज चल रहा है।