
सागर के तिली क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में शुक्रवार की देर रात इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही मृतक के परिजनों की भीड़ जमा हुई। परिजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते देख अस्पताल का स्टाफ पीछे के रास्ते से भाग गया। यह देख परिवार वाले और भड़क गए। गुस्साई भीड़ ने अस्पताल के गेट पर लगे कांच फोड़ दिए।
वहीं सड़क पर जमा होकर डॉक्टर के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान चक्काजाम की स्थिति बनी। हालांकि हंगामे की सूचना मिलते ही गोपालगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लोगों को शांत कराया।
मृतक के चाचा बलराम चौरसिया ने बताया कि भतीजे राजेश उर्फ पप्पू चौरसिया उम्र 35 साल निवासी पुरव्याऊ टौरी को करीब 3 माह पहले सांड ने मार दिया था। जिसको लेकर उसका इलाज चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से तिली स्थित शिव सागर अस्पताल में भर्ती कर इलाज करा रहे थे। जहां डॉ. वर्मा ने राजेश का ऑपरेशन किया था, लेकिन इसके बाद वह बाहर चले गए। गुरुवार को दोबारा ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टर एक बार भी मरीज को देखने के लिए नहीं आए। उनका आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद मरीज की देखरेख नहीं की। केवल रुपए लूटते रहे। कई बार ब्लड प्रेशर बढ़ने की बात डॉक्टर को बताई। परिजन का आरोप है कि इलाज में लापरवाही के कारण ही राजेश की मौत हुई है।
ऑपरेशन के बाद मरीज को देखने भी नहीं आए डॉक्टर
मृतक के बड़े भाई अखिलेश चौरसिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे भाई राजेश का ऑपरेशन किया गया था। शाम करीब 4.30 बजे ओटी से बाहर लेकर आए थे। ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टर बाहर चले गए। शुक्रवार शाम तक वह एक बार भी भाई को देखने के लिए नहीं आए। मरीज की कोई देखभाल नहीं की गई। इलाज में हुई लापरवाही के कारण भाई की मौत हो गई। उन्होंने मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
