
रीवा में एक हार्डवेयर दुकान में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल, चोरी की शिकायत दर्ज कराने वाले दुकानदार ने ही फर्जी जीएसटी बिल पेश कर चोरी की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर बताई थी। पुलिस ने चोर के साथ-साथ दुकानदार को भी गिरफ्तार कर लिया है।
दुकानदार ने 2 लाख रुपए की चोरी को फर्जी जीएसटी बिल की मदद से 7 लाख रुपए बताया है। जिसके बाद अब दुकानदार पर भी कानूनी शिकंजा कसा गया है।
कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद सिंह राठौर ने बताया कि लखौरी बाग निवासी ईशा मंसूरी ने सिटी कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी निपनिया इलाके में हार्डवेयर की दुकान है। 24 फरवरी की रात अज्ञात चोर शटर उठाकर काउंटर में रखे 7 लाख रुपए चोरी कर ले गया। मंसूरी ने पुलिस को दो दिन की बिक्री का जीएसटी बिल भी पेश किया था, जिसमें इरशाद आलम नाम के व्यक्ति द्वारा भुगतान किया जाना बताया गया था।
सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गया चोर
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें एक लड़का लाल रंग का झोला लेकर भागता हुआ दिखाई दिया। लड़के की पहचान लकी कोरी के रूप में हुई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में लकी कोरी ने 2 लाख रुपए चोरी करना कबूल किया। उसने बताया कि उसने चोरी की रकम अपने भाई और बहन की मदद से छुपाई है।
दुकानदार ने फर्जी जीएसटी बिल दिखाई
पुलिस को दुकानदार द्वारा बताई गई रकम और चोर द्वारा बताई गई रकम में भारी अंतर नजर आया। पुलिस ने जब जीएसटी बिल की जांच की, तो वह फर्जी निकला। दुकानदार ने गलत लाभ लेने के लिए चोरी की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर बताया था। पुलिस ने दुकानदार ईशा मंसूरी को भी गिरफ्तार कर लिया है। दुकानदार के खिलाफ अलग से जांच की जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।