
सागर जिले के गढ़ाकोटा में 217 साल पुराने प्रसिद्ध रहस लोकोत्सव का शुभारंभ आज होगा। तीन दिवसीय रहस्य लोकोत्सव का उद्घाटन समारोह का उद्घाटन गुरुवार दोपहर 12 बजे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक करेंगे। उनके साथ पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री लखन पटेल, देवरी विधायक बृजबिहारी पटेरिया, बंडा विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी शामिल होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री व रहली विधायक गोपाल भार्गव करेंगे। कार्यक्रम में जिला स्तरीय सामाजिक न्याय सम्मेलन व स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी आयोजित होगा। 28 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गढ़ाकोटा पहुंचकर मेले में शामिल होंगे।
1809 से जुड़ा है गढ़ाकोटा का इतिहास
बुजुर्गों के अनुसार, 1809 में रहस मेले की शुरुआत वीर बुंदेला महाराज के पौत्र राजा मर्दन सिंह जूदेव के राज्य रोहण की स्मृति में हुई थी। पहले गढ़ाकोटा को हृदय नगर के नाम से जाना जाता था। गधेरी नदी व सुनार नदी के बीच बसे इस शहर में आने वाले प्रथम रहवासी आदिवासी थे। उनके समय से यह शहर एक गढ़ था। इसलिए इसका नाम गढ़ाकोटा पड़ा। दूसरी किवदंती है 17वीं शताब्दी में यह शहर राजपूत सरदार चंद्रशाह के कब्जे में आया। जिसने यहां एक सुंदर किला बनवाया, जिसे कोटा कहा जाता था। लेकिन किले के निर्माण के बाद इसका नाम गढ़ाकोटा हो गया।
आयुष्मान कार्ड बनाने लगाए जाएंगे स्टॉल
रहस मेले में हर वर्ष की तरह इस बार भी शासन की योजनाओं की जानकारी देने के लिए लोगों को स्टाल लगाई जाएंगी। साथ ही योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। मेले में लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्यानिकी विभाग, स्वास्थ्य विभाग, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, आयुष ऊर्जा विभाग, वन विभाग, जनपद पंचायत रहली, शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, कृषि उपज मंडी कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, परिवहन विभाग, उद्योग विभाग, राजस्व विभाग, श्रम विभाग रोजगार कार्यालय विभाग अपने-अपने विभागों की मेला स्थल पर जानकारी के लिए प्रदर्शनी लगाएंगे।
हितग्राही मूलक योजनाओं को प्रदर्शित करेंगे। सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी दिव्यांग व्यक्तियों के लिए दिव्यांग प्रमाण पत्र और चिह्नित दिव्यांगों को दिव्यांग सामग्री वितरित करेंगे। साथ ही पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 20 स्टॉल लगाए जाएंगे। जिससे आयुष्मान कार्ड बनने वाले पात्र हितग्राहियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।