
दमोह में स्लाटर हाउस के मुद्दे पर विवाद गहराता जा रहा है। शुक्रवार को भाजपा पार्षदों ने अपने संगठन के साथ प्रेसवार्ता की। इससे पहले नगर पालिका अध्यक्ष मंजू वीरेंद्र राय ने स्पष्ट किया कि वे दमोह में स्लाटर हाउस नहीं खोलना चाहतीं।
भाजपा का दावा है कि उनके और हिंदू संगठनों के विरोध के कारण नपाध्यक्ष को अपना निर्णय बदलना पड़ा। भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमन खत्री ने बताया कि परिषद की बैठक में विकास कार्यों के साथ स्लाटर हाउस का प्रस्ताव भी पास हो सकता था। इसलिए भाजपा पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार किया।
नेता प्रतिपक्ष विजय जैन ने कहा कि अगर नपाध्यक्ष वाकई स्लाटर हाउस नहीं चाहती थीं तो उन्हें सभी पार्षदों को विश्वास में लेकर विशेष सत्र बुलाना चाहिए था। सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर ने नगर पालिका पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
मामले की शुरुआत तब हुई, जब पूर्व पार्षद मुस्लिम कुरैशी ने जबलपुर हाईकोर्ट में स्लाटर हाउस की अनुमति के लिए रिट दायर की। कोर्ट ने नगर पालिका से राय मांगी। इस पर परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा गया, जिससे विवाद खड़ा हो गया।
नपाध्यक्ष मंजू वीरेंद्र राय का कहना है कि वे स्लाटर हाउस के विरोध में हैं। उनका आरोप है कि भाजपा के कुछ पार्षद लोगों को गुमराह कर रहे हैं, वहीं भाजपा पार्षदों का दावा है कि उनके विरोध के बाद ही नपाध्यक्ष ने अपना रुख बदला है।