
दमोह जिले के पथरिया नगर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के वार्ड नंबर 14 में रहने वाले एक युवक को इनकम टैक्स विभाग ने 50 करोड़ रुपए के कारोबार के एवज में 6 करोड़ रुपए जीएसटी भुगतान करने का नोटिस भेजा है।
नोटिस मिलने के बाद पूरा परिवार परेशान है। उन्होंने आयकर विभाग और एसपी से शिकायत कर जांच की मांग की है।
इनकम टैक्स विभाग के नोटिस में कहा गया है कि वर्ष 2022 में प्रिंस इंटरप्राइजेज नाम से दिल्ली के स्टेट जोन 3 (वार्ड 33) में फर्म संचालित की गई, जिससे 2022-23 में कंपनी ने करीब 50 करोड रुपए का चमड़ा, लकड़ी और आयरन का कारोबार किया, लेकिन जीएसटी का भुगतान नहीं किया। कंपनी पर करीब 6 करोड़ की जीएसटी का भुगतान बकाया है।
पथरिया निवासी प्रिंस सुमन को भेजे गए नोटिस में युवक से बैंक स्टेटमेंट और अन्य कई दस्तावेज मांगे गए हैं। नोटिस मिलने के बाद जब युवक ने एडवोकेट से संपर्क किया तो पता चला कि नोटिस असली है। युवक हैरान है कि आखिरकार इतनी बड़ी कंपनी उसके नाम से कैसे खुल गई, जबकि वह कभी दिल्ली गया ही नहीं।
इंदौर में की थी एक साल मजदूरी
पीड़ित प्रिंस ने बताया कि वह 2023 में मजदूरी करने के लिए इंदौर गया था। वहां उसने करीब 1 साल मजदूरी की, लेकिन अपना पैन कार्ड और आधार कार्ड किसी को नहीं दिया। अभी वह पथरिया नगर में अंडे का ठेला लगाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहा है। उसके पिता श्रीधर सुमन एक छोटी सी किराना दुकान चलाते हैं।
उन्होंने मामले की जांच के लिए एसपी को आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो परिवार के पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। एडवोकेट अभिलाष खरे ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद हमने आयकर विभाग को भी पत्राचार किया है। पुलिस में भी शिकायत की है, ताकि युवक के खिलाफ रचे गए षड्यंत्र का खुलासा हो।