
झारखंड में इन दिनों सियासी उठापटक के बीच JSSC Paper Leak का मामला भी गरमाया हुआ है। चारों ओर इसे लेकर परीक्षार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष राज्य सरकार पर निशाना साध रहा है। इस बीच राज्य सरकार ने एसआइटी गठन कर जांच का आदेश दिया तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे सरकार द्वारा मामले की लीपापोती करने का प्रयास करार दिया।
HIGHLIGHTS
- एसआइटी का नेतृत्व रांची के नव नियुक्त डीएसपी, सदर संजीव कुमार बेसरा करेंगे।
- परीक्षा से पहले ही उत्तर वाट्सअप पर वायरल होने लगे थे।
- भाजपा नेता ने कहा कि जब तक मामले की सीबीआई जांच नहीं होगी, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
रांची। झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। एसआइटी का नेतृत्व रांची के नव नियुक्त डीएसपी, सदर संजीव कुमार बेसरा करेंगे। इसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया।
भाजपा ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने बीते मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य सरकार JSSC घोटाले की सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं करेगी, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
28 जनवरी को हुआ था पेपर लीक
एसआइटी में चार पुलिस निरीक्षक सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। बताते चलें कि 28 जनवरी 2024 को झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 निर्धारित था।
इसी बीच परीक्षा संचालन के पहले ही प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इस घटना के बाद तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक सदर के नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया था।
दोषियों की पहचान कर गिरफ्तारी का आदेश
कांड के अनुसंधानकर्ता सह पुलिस उपाधीक्षक सदर, रांची का रूटीन प्रक्रिया के तहत इस जिला से अन्यत्र स्थानांतरण हो गया। इसलिए रांची के नव नियुक्त डीएसपी, सदर को इस कांड के अग्रेतर अनुसंधान के लिए अनुसंधानकर्ता के रूप में नामित किया गया है। एसआइटी को उपरोक्त प्रश्न पत्र लीक किए जाने के मामले में संलिप्त अभियुक्तों की जल्द पहचान कर गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है।