
जबलपुर के श्रीकृष्णा परिसर की सातवीं मंजिल पर रहने वाली डॉक्टर नीलम सिंह पर बुधवार दोपहर एक युवक ने चोरी की नीयत से घुसकर चाकू से हमला कर दिया। अगर डॉक्टर नीलम 20 मिनट देर से घर पहुंचतीं, तो वह इस हमले से बच सकती थीं भले ही घर में चोरी हो जाती।
हमलावर मुकुल कहार ने यह सोचकर फ्लैट का दरवाजा खोला कि घर में कोई नहीं है। लेकिन जैसे ही सामने डॉक्टर नीलम आईं, उसने अचानक चाकू से वार कर दिए। डॉक्टर की सर्जरी के दौरान शरीर पर 11 घाव मिले।
खास बात ये है कि आरोपी डॉक्टर के संपर्क में तब आया था जब वह 15 दिन तक उनके घर पानी की कैन पहुंचाने आता था। इसी दौरान उसने डॉक्टर के आने-जाने का समय जान लिया और मौका देखकर हमला कर दिया।
पानी देने आता था आरोपी
डॉक्टर नीलम के पति धीरेंद्र सिंह, बिजली विभाग में कार्यरत हैं। जब पानी सप्लाई करने वाला पुराना व्यक्ति आना बंद हो गया, तो धीरेंद्र ने गूगल पर नंबर खोजा और ऋषभ मिश्रा से बात हुई। ऋषभ ने मुकुल को पानी की कैन देने भेजा। मुकुल ने करीब 15 दिन तक रोज शाम को पानी पहुंचाया।
सोमवार को पानी की जरूरत खत्म होने पर धीरेंद्र ने ऋषभ से कह दिया कि अब पानी मत भेजें। मंगलवार को मुकुल आखिरी बार डॉक्टर नीलम के घर गया और वहां कोई और काम मिलने की उम्मीद जताई। नीलम ने कहा कि कोई काम नहीं है और वह घर चली जाए। उसी वक्त नीलम ने किसी से फोन पर कहा कि वह बुधवार को शाम 4 बजे तक घर पहुंचेंगी। मुकुल ने यह सुन लिया।
महिला का भेष लेकर पहुंचा आरोपी
बुधवार दोपहर करीब 3 बजे, मुकुल महिला के कपड़े और रेनकोट पहनकर अपार्टमेंट में घुसा। बारिश तेज थी और गार्ड अपने केबिन में बैठा था। मुकुल लिफ्ट से सीधा 7वीं मंजिल पर पहुंचा। उसे लगा कि डॉक्टर नीलम घर पर नहीं होंगी, लेकिन वे पहले ही लौट आई थीं।
जैसे ही मुकुल ने दरवाजा चाकू से खोलने की कोशिश की, नीलम ने अंदर से दरवाजा खोल दिया। मुकुल को देखकर उन्होंने शोर मचाया तो उसने उन्हें धक्का दिया और अंदर घुस गया। कुछ देर संघर्ष के बाद उसने नीलम पर चाकू से हमला कर दिया। नीलम के पेट और सीने में 11 बार किए गए, जिससे वे जमीन पर गिर गईं।
शोर सुनकर कई लोग फ्लैट के बाहर जमा हो गए। मुकुल ने दरवाजा खोला और चाकू दिखाकर डराने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उसे पकड़ लिया। दो लोग चोटिल भी हुए। डॉक्टर के पति को तुरंत खबर दी गई और पुलिस पहुंच गई। मुकुल को गिरफ्तार कर लिया गया
महिला के वेश में होने से नहीं पहचान पाए गार्ड
सुरक्षा गार्ड ने बताया कि मुकुल महिला के भेष में आया था और तेज बारिश के कारण किसी ने ध्यान नहीं दिया। अपार्टमेंट में रोज हाउस मेड आती हैं, इसलिए सभी पर नजर नहीं रखी जाती। मुकुल भी महिला समझकर आसानी से अंदर घुस गया।
पुलिस ने डोनेट किया ब्लड
डॉक्टर नीलम, जो कि कुछ समय पहले तक सीनियर रेजिडेंट थीं और अब असिस्टेंट प्रोफेसर बनी हैं, को मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती किया गया। अभी तक 6 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया, जिसमें से 2 यूनिट पुलिस के जवानों ने डोनेट किया। डॉक्टरों की टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है और उनका ऑपरेशन सफल रहा है।
कातिल पर चलेगा फास्ट ट्रायल
सीएसपी आशीष जैन ने बताया कि मुकुल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह चोरी की नीयत से घुसा था। उसे लगा कि डॉक्टर घर पर नहीं होंगी, लेकिन समय से पहले लौटने पर उसने हमला कर दिया। मुकुल के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलेगा, ताकि उसे जल्दी और सख्त सजा मिल सके।
IMA ने किया हमले का विरोध
आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर ऋचा शर्मा ने बताया कि नीलम को पेट और सीने में गहरे घाव आए हैं। उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की है और समाज व डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की है। डॉक्टर नीलम को ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट किया गया और डॉक्टरों की टीम ने समय रहते सर्जरी की। IMA और मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टरों ने इस हमले को कातिलाना हमला बताया है।
