
जबलपुर और पूरे महाकौशल क्षेत्र के लाखों रेल यात्रियों को पुणे और रायपुर रेल की बड़ी सौगात मिली है। वे लंबे समय से दोनों स्थानों के लिए ट्रेन की मांग कर रहे थे। रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जबलपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में रेल मंत्री और मुख्यमंत्री वर्चुअल शामिल हुए।
जबलपुर सांसद आशीष दुबे ने कहा कि ये दोनों ट्रेनें जबलपुर और रीवा की जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि जबलपुर-गोंदिया लाइन के दोहरीकरण के लिए डीपीआर तैयार हो चुकी है। जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा। जबलपुर रेलवे स्टेशन का 250 करोड़ रुपए की लागत से उन्नयन किया जा रहा है। साथ ही सिहोरा में कुछ ट्रेनों के ठहराव की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र का विकास है। उन्होंने रेल मंत्री से जबलपुर से दमोह के लिए नई रेल लाइन की मांग भी की है।
व्यापार को मिलेगी गति
जबलपुर और रीवा से शुरू होने वाली इन दोनों नई ट्रेनों से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के साथ जबलपुर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रायपुर के लिए नई ट्रेन से जबलपुर और रायपुर के बीच व्यापार में वृद्धि होगी। यह ट्रेन व्यापारियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होगी। अब महाकौशल और छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों के बीच बेहतर व्यापारिक लेन-देन संभव हो पाएगा।
छात्रों के लिए बड़ी सुविधा
यह ट्रेन छात्रों और चिकित्सा उपचार के लिए यात्रा करने वालों के लिए भी सुविधाजनक होगी। जबलपुर से रायपुर के बीच चलने वाली यह ट्रेन गोंदिया और बालाघाट होकर जाएगी। इससे इन क्षेत्रों के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में जबलपुर सांसद आशीष दुबे, राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मिक और कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह, रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
