
मध्यप्रदेश के दमोह जिले में अधिवक्ता के साथ मारपीट की गई है। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता ने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। इससे नाराज होकर रोजगार सहायक ने अधिवक्ता के साथ मारपीट की।
जनपद पंचायत दमोह अंतर्गत आने वाली बिसनाखेड़ी ग्राम पंचायत में हुए निर्माण कार्यों की जानकारी आरटीआई के तहत मांगना एक अधिवक्ता को उस समय महगा पड़ गया, जब रोजगार सहायक ने उनके साथ अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी और मोबाइल भी फोड़ दिया। अधिवक्ता उजयार सिंह ने जनपद में आवेदन दिया था और जब वह शुक्रवार को जानकारी लेने के लिए पंचायत पहुंचे तो रोजगार सहायक खेमचंद असाटी के द्वारा उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। उन्होंने नोहटा थाने में आवेदन दिया तो वहीं शनिवार को जिला अधिवक्ता संघ के द्वारा एसपी और कलेक्टर को भी एक ज्ञापन देकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई।
अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज ने बताया कि इस मामले में पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और प्रशासनिक अधिकारियों को रोजगार सहायक को बर्खास्त करना चाहिए। एसपी सुनील तिवारी ने बताया कि उन्होंने नोहटा थाना प्रभारी को निर्देशित किया है कि इस मामले में तत्काल मामला दर्ज किया जाए।
यह है पूरा मामला
बिसनाखेड़ी निवासी अधिवक्ता उजयार सिंह ने बताया कि उनका और उनके पिताजी का नाम पीएम आवास की सूची में आया था। उन्होंने रोजगार सहायक से जानकारी चाही तो उनके द्वारा नहीं दी गई। 29 दिसंबर 2023 को उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं मिली। 31 जनवरी 2024 को जनपद कार्यालय दमोह पहुंचकर आरटीआई के तहत जानकारी मांगी गई। लोक सूचना अधिकारी जनपद कार्यालय दमोह के द्वारा पत्र लिखकर ग्राम पंचायत बिसनाखेड़ी भेजा गया था, जहां पर लोक सूचना अधिकारी के पत्र का हवाला देकर आरटीआई के तहत ग्राम पंचायत रोजगार सहायक से जानकारी मांगी गई थी। शुक्रवार को अधिवक्ता जब ग्राम पंचायत कार्यालय जानकारी लेने पहुंचे तो रोजगार सहायक खेमचंद असाटी के द्वारा गाली देते हुए मारपीट कर दी और अधिवक्ता का मोबाइल फोड़ दिया, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
इस दौरान राघवेंद्र सिंह, पंचम बंसल, हरि सिंह, झाम सिंह के द्वारा बीच बचाव किया गया। अधिवक्ता ने नोहटा थाने में आवेदन देकर घटना की शिकायत दर्ज कराई और मारपीट का वीडियो भी दिखाया।
शनिवार को जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कमलेश भारद्वाज और अन्य अधिवक्ताओं ने इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी को ज्ञापन दिया और कलेक्टर के नाम भी ज्ञापन दिया गया। एसपी सुनील तिवारी ने नोहटा थाने में मामला दर्ज करने थाना प्रभारी को निर्देश दिए हैं।
रोजगार सहायक ने भी जारी किया वीडियो
वहीं, मारपीट करने वाले रोजगार सहायक खेमचंद असाटी के द्वारा भी शुक्रवार की रात एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसमें वह कह रहे हैं कि अधिवक्ता के द्वारा अपनी खुन्नस निकालते हुए कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है और शासकीय दस्तावेज फाड़े गए हैं। इसलिए अधिकारी इस मामले में करवाई करें। लेकिन उनके वीडियो जारी करने के पहले यह मारपीट और अभद्रता करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।