
कभी गंदे कमरों, बदबूदार टॉयलेट और सीपेज की दीवारों के लिए जाना जाने वाली पन्ना कोतवाली अब आईएसओ सर्टिफाइड हो गई है।
पन्ना कोतवाली थाना को अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता मानकों से प्रमाणित कर ISO 9001:2015 क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम प्रमाण पत्र मिला है। यह प्रमाणपत्र गुणवत्ता अनुसंधान संगठन (QRO) द्वारा EGAC और IAF जैसी अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त संस्थाओं के सहयोग से दिया गया है।
कोतवाली पुलिस थाना अब कानून व्यवस्था, सामुदायिक सेवा और ट्रैफिक नियंत्रण में वैश्विक मानकों के अनुसार कार्य कर रहा है। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में थाने की कार्यशैली में पारदर्शिता और नागरिक सहभागिता को प्राथमिकता दी गई है।
थाना प्रभारी रोहित मिश्रा के नेतृत्व में यह उपलब्धि हासिल की गई है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह सम्मान पुलिसकर्मियों की निष्ठा और टीम वर्क का परिणाम है। उन्होंने नागरिक केंद्रित और पारदर्शी पुलिसिंग के संकल्प को मजबूत किया है।
इन पर काम किया
- बेहतर रखरखाव: यहां बेतरतीब मालखाना था, जिसमें सुधार करवाया और मालखाने में रखे माल को तय नियमों के आधार पर अदालत में जमा करवाया।
- बेहतर प्रबंधन: थाना स्टाफ के लिए जीरो रिस्क बैठक व्यवस्था की। यहां विवेचना अधिकारियों और स्टाफ के लिए अलग-अलग कमरे, कंप्यूटर दिए। सीसीटीवी लगाए।
- विक्टिम फ्रेंडली: महिला थाना होने के कारण इसे विक्टिम फ्रेंडली बनाया गया। इसमें छोटे बच्चों के लिए झूला घर भी है और टॉयलेट बनाए गए हैं।
क्या है आईएसओ?
आईएसओ का मतलब है इंटरनेशन ऑर्गेनाइजेशन फॉर स्टेंडर्डाइजेशन। यह एक तरीके से वर्ल्ड वाइड नेशनल स्टैंडर्ड बॉडी फेडरेशन है। यह अलग अलग चीजों को सर्टिफिकेट देते हैं और भारत में यह सर्टिफिकेट देने का जो बॉडी काम करती है, उसे एनएबीसीबी कहते हैं। इसका उद्देश्य ग्राहक की संतुष्टि को बढ़ाना है और इससे सिस्टम को सुधारने का प्रयास किया जाता है और ग्राहक के अनुभव को बेहतर बनाया जाता है।
पुलिस को क्यों मिलता है सर्टिफिकेट?
पुलिस का काम भी सर्विस की तरह ही है। इसमें जनता को सुरक्षा के रुप में सेवा दी जाती है। पुलिस भी लोगों का काम करती है और पुलिस लोगों के लिए फंक्शन करती है। वैसे पुलिस को ये सर्टिफिकेट पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, पुलिसकर्मियों की जवाबदेही बढ़ाने के लिए और नागरिकों की सेवा में सुधार के लिए यह सर्टिफिकेट दिया जाता है।