
यूरिया खाद की किल्लत से जूझ रहे रीवा जिले के किसानों को जल्द राहत मिलने वाली है। प्रशासन ने बताया कि गुरुवार देर रात यूरिया की दो बड़ी रैक रीवा पहुंचेंगी, जिनमें कुल 4500 टन खाद होगी। किसानों के आक्रोश और बीते दिनों हुए लाठीचार्ज के बाद प्रशासन अब व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है।
1800 और 2700 टन की दो रैक पहुंचेगी रीवा
प्रभारी कलेक्टर सौरभ सोनवड़े ने बताया कि 4 सितंबर की रात तक यूरिया की दो रैक रीवा पहुंचेंगी। इस बारे में जिला विपणन संघ की प्रबंधक शिखा वर्मा ने जानकारी दी कि पहली रैक में 1800 टन और दूसरी में 2700 टन यूरिया होगा।
हालांकि, 5, 6 और 7 सितंबर को सरकारी अवकाश होने के कारण इन रैकों से खाद का वितरण 8 सितंबर (सोमवार) से शुरू किया जाएगा।
खाद के लिए रोज जुटते हैं 3-4 हजार किसान
रीवा की करहिया कृषि उपज मंडी में रोजाना करीब 4 हजार किसान खाद के लिए पहुंच रहे हैं। अधिक भीड़ के चलते वितरण में अव्यवस्था और हंगामे की स्थिति बन रही थी। कई किसानों ने कालाबाजारी के आरोप लगाए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
लाठीचार्ज के बाद प्रशासन सतर्क
मंगलवार रात करहिया मंडी में आक्रोशित किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिससे माहौल गर्मा गया था। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए खाद आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
टोकन और कतारबद्ध वितरण की व्यवस्था
अब किसानों को टोकन सिस्टम के तहत खाद दी जा रही है। मंडी में कतारबद्ध वितरण, पेयजल की व्यवस्था, और भीड़ प्रबंधन के लिए सामाजिक संगठनों का सहयोग भी लिया जा रहा है।
प्रशासनिक निगरानी में होगा वितरण
खाद वितरण की व्यवस्था को लेकर राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को निगरानी में लगाया गया है। रीवा संभागायुक्त बीएस जामोद, संयुक्त आयुक्त सुदेश मालवीय, दिव्या त्रिपाठी, और सहायक संचालक कृषि प्रीति द्विवेदी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूरे वितरण कार्य पर नजर बनाए हुए हैं।
किसानों से अपील- अफवाहों से बचें, निर्धारित तारीख को पहुंचे
प्रशासन ने किसानों से अफवाहों से बचने और निर्धारित तिथि (8 सितंबर) को ही मंडी पहुंचने की अपील की है ताकि अव्यवस्था से बचा जा सके और सभी को समय पर खाद मिल सके।