
Damoh News: विश्व प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर में 16 अप्रैल को आयोजित होने जा रहे आचार्य पद पदारोहण के महोत्सव में 550 से ज्यादा मुनिश्री और आर्यिकाएं इस आयोजन के साक्षी बनेंगे। बता दें कि प्रतिदिन मुनि संघ कुंडलपुर पहुंच रहे हैं।
आचार्य विद्यासागर जी महाराज का समतापूर्वक समाधिमरण होने के बाद उनकी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए 16 अप्रैल को कुण्डलपुर में आचार्य पद का पदारोहण होगा। इसमें 550 से ज्यादा मुनिश्री और आर्यिकाएं शामिल होगीं। सभी के बीच प्रथम ज्येष्ठ श्रेष्ठ मुनिश्री समय सागर जी महाराज को आचार्य पद सौंपा जाएगा। इसकी घोषणा निर्यापक मुनि सुधासागर महाराज और मुनि प्रमाण सागर महाराज ने अपने प्रवचनों के दौरान की है।
ऐतिहासिक होगा महोत्सव
मुनि प्रमाण सागर महाराज ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के परोक्ष में यह पहला महोत्सव होगा। इसे ऐतिहासिक महामहोत्सव मनाना है। उन्होंने कहा कि गुरु परंपरा को अक्षुण बनाए रखने के लिए और गुरुवर की विरासत को अक्षुण बनाए रखने का एक महा अनुष्ठान होगा।
हर दिन विहार करते मुनिश्री और आर्यिकाएं कुण्डलपुर पहुंच रहीं हैं। कुण्डलपुर कमेटी के प्रचार मंत्री जयकुमार जलज ने बताया कि महामहोत्सव की तिथि निश्चित हुई है। ऐसे में अब कमेटी तथा सभी उप समितियां और अधिक तीव्र गति से अपने-अपने कार्यों को पूरा करेंगी। इस महामहोत्सव में आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के समस्त शिष्य श्रमण निर्याषिक मुनि, मुनि, ऐलक क्षुल्लक, आर्यिका व धुल्लिका माता जी, ब्रहाचारी भैया व ब्रह्मचारिणी दीदी सम्मिलित होंगे। इस मौके पर देश विदेश के श्रद्धालुओं को उपस्थिति होगी, जिसकी व्यापक तैयारियां चल रही हैं।
संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत होंगे शामिल
इस महामहोत्सव में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सहमति दी है। जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल ने नागपुर में डॉ. मोहन भागवत से मुलाकात की और उन्हें महोत्सव में आने का आमंत्रण दिया। जिस पर उन्होंने स्वीकृति प्रदान की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।