
Ashoknagar: शनिवार को मां जानकी के दरबार करीला धाम में रंग पंचमी पर लगने वाले ऐतिहासिक मेले का शुभारंभ हो गया। इस मौके पर सूबे के मुखिया मोहन यादव पहुंचे और उन्होंने माता के दरबार में पूजन अर्चन कर आरती की और माता जानकी का आशीर्वाद लिया।
जिले के तहसील मुख्यालय से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर लगने वाले देश के बहुचर्चित मेलों में से एक मां जानकी के दरबार करीला धाम में रंग पंचमी पर लगने वाले ऐतिहासिक मेले का आज सुबह दिव्य गुफा के कपाट खुलने के साथ ही शुभारंभ हो गया।
इस मेले में करीब 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं ने माता जानकी के दर्शन किये और मान्यता के अनुसार राई नृत्य भी कराया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भी आज शाम करीला धाम पहुंचे और माता के दरबार में पूजन अर्चन कर आरती की और माता जानकी का आशीर्वाद लिया। वहीं मंदिर के पुजारी ने मुख्यमंत्री को पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कराई। करीला ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री को भगवान श्रीराम की एक फोटो भेंट की।
इस केंद्र पर शीश नवाता हूं: सीएम मोहन यादव
माता जानकी के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंदिर परिसर के अंदर रखे ढोल को अपने ही अंदाज में बजाते नजर आये, वहीं माता करीला को झंडा भी चढ़ाया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं करीला धाम में माता जानकी के दर्शन करने आया हूं। मैं आस्था और श्रद्धा के इस केंद्र पर शीश नवाता हूं। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अतीत में शिवराज सिंह की सरकार ने जो काम किए थे, मैं कोशिश करूंगा आने वाले समय में इस पूरे धाम को लेकर आचार संहिता के बाद विस्तृत प्लान भी बनाएंगे।