
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के खाचरोद में नगर पालिका ने नवरात्रि के दौरान कार्यक्रम रखा था। इसमें महिलाओं ने फिल्मी गानों पर डांस किया। इसे लेकर बवाल हो गया है। इसे फूहड़ता और अश्लीलता बताया जा रहा है।
चैत्र नवरात्रि पर प्रतिवर्ष नगर पालिका परिषद खाचरोद चामुंडा माता मंदिर परिसर में नौ दिवसीय मेले का भव्य आयोजन करती है। इसमें धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। यह मेला हर वर्ष यहां होने वाले अच्छे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कारण चर्चा में रहता है। इस वर्ष नगर पालिका परिषद खाचरोद ने धार्मिकता के नाम पर कथित फूहड़ डांस कराया, जिसे लेकर बवाल खड़ा हो गया है।
मामला कुछ इस प्रकार है कि उज्जैन से 75 किमी दूर खाचरोद क्षेत्र में नगर पालिका परिषद के मेले में मंगलवार रात को धार्मिक आयोजन के नाम पर अश्लीलता परोसी गई। कार्यक्रम की शुरुआत में ही मंच पर प्रस्तुति देने आई युवतियों ने फिल्मी गानों पर कमर मटकाई। अंग प्रदर्शन किया। देखते ही देखते अश्लीलता की हदें पार होने लगी। आयोजन के दौरान मां चामुंडा माता मंदिर मेला परिसर मे नगर पालिका के सीएमओ भी मौजूद थे। उन्होंने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
पूरे मामले को लेकर बखेड़ा उस समय खड़ा हुआ जब इस आयोजन को लेकर वीडियो वायरल हुए। उस पर हिंदू संगठनों ने जमकर विरोध जताया है। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री जितेंद्र पांचाल ने बताया कि माता रानी के दरबार में अश्लील गानों पर डांस किया जाना सरासर गलत है। इस आयोजन में जो कुछ भी हुआ, उसमें अश्लीलता की सारी हदें पार कर दी गई थी। यह एक धार्मिक आयोजन है। इसमें इस प्रकार लड़कियों को बुलाकर उन्हें नचवाना और अंगों का प्रदर्शन करवाकर नगर पालिका के जिम्मेदार आखिर क्या दर्शाना चाहते हैं?
डांस के वीडियो हो रहे वायरल
आयोजन के दौरान हुए डांस के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। खाचरोद नगर पालिका परिषद के सीएमओ घनश्याम मचार ने कहा kf लड़कियां राजस्थानी गानों पर डांस कर रही थी। लड़कियों को डांस के लिए कहां से बुलाया गया था, ये आयोजन समिति ही बता सकती है। सीएमओ ने तो यह कहकर आयोजन से ही पल्ला झाड़ लिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो खुद बता रहे हैं कि मेले में राजस्थानी नहीं फिल्मी गानों पर डांस हुआ था। वह भी कुछ इस तरीके से, जिसमे डांस कम अंगों का प्रदर्शन ज्यादा हो रहा था।