
बुरहानपुर में कांग्रेस के नौ कार्यकर्ताओं की पार्टी में वापसी हुई है। इसके बाद उन्होंने कहा कि अब हम भाजपा के 20 साल और कांग्रेस के डेढ़ साल के विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
मध्यप्रदेश के बुराहनपुर जिले में अलग-अलग गुटों में बटी हुई कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से साथ जोड़ने का प्रयास किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इन सभी गुटों में बिखरे और विधानसभा चुनाव के समय से निष्काषित चल रहे कांग्रेसियों को वापस से पार्टी में शामिल लाते हुए उनके निष्कासन को रद्द करने का पत्र जारी कर दिया है। इसके बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को लेकर रणनीति तैयार करने हेतु बुरहानपुर के पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा के निवास पर एक बैठक भी आयोजित की गई ।
बुरहानपुर जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान अल्पसंख्यक प्रत्याशी को टिकट दिए जाने और लगातार हंगामा करने के चलते निष्कासित किए गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का निलंबन मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देशानुसार रद्द कर दिया गया है। इसके बाद निष्कासित नेताओं की कांग्रेस में एक बार फिर से वापसी हुई है। इसे लेकर बाकायदा मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भोपाल स्थित कार्यालय से उपाध्यक्ष संगठन मंत्री राजीव सिंह के नाम से एक पत्र भी जारी किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के दिए निर्देशों का हवाला देते हुए कुल नौ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम लिखकर उनके निलंबन को रद्द करने संबंधी पत्र जारी किया गया है ।
निष्कासित कार्यकर्ताओं की वापसी को लेकर बुरहानपुर कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष रिंकू टांक ने बताया कि पार्टी ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है और सभी का पार्टी में पुनः स्वागत है। प्रदेश संगठन के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने सभी नेताओं की बहाली से संबंधित पत्र विधिवत जारी कर दिया है। इसके बाद पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह के घर पर पत्रकार वार्ता आयोजित कर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि अब हम भाजपा के 20 साल और कांग्रेस के डेढ़ साल के विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे, और बुरहानपुर सहित देशभर में कांग्रेस को आगे बढ़ाएंगे।