
इंदौर में भीषण गर्मी झेल चुके शहरवासी अब पेड़ों की कटाई रोकने के लिए जी जान लगा रहे हैं। एमओजी लाइन में चल रही पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए शहर की कई संस्थाएं एकजुट हुई। रविवार को सभी ने सुबह सात बजे से पेड़ों की नंबरिंग की और उनका व्यास नापा। पेड़ों की नंबरिंग की यह जानकारी हाईकोर्ट में सौंपी जाएगी ताकि इनकी कटाई रोकी जा सके।
कैसे कर रहे हैं नंबरिंग
पेड़ों पर शहरवासियों ने तख्ती लगाई है जिस पर लिखा है मैं तुम्हें जीवन देता हूं तुम मुझे ही काटोगे। इसके साथ पेड़ों पर नंबरिंग की गई है। पेड़ों के तने का व्यास नापा गया है। यह पूरी जानकारी सूचिबद्ध करके हाईकोर्ट में दी जाएगी। इसके बाद पेड़ों की कटाई रोकने के लिए केस किया जाएगा।
कैसे जुटे लोग
पेड़ों की नंबरिंग करने के लिए शहर के अलग अलग कोने से 70 लोग अपने परिवार के साथ आए। सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की गई की पेड़ों को बचाने के लिए एकजुट हों और लोग एक के बाद एक जुटते चले गए। इसमें कई संस्थाओं से जुड़े लोगों ने शिरकत की।
सौ साल पुराना पेड़ हजारों पौधों के बराबर
पेड़ों की नंबरिंग करने आए पर्यावरणविद् संदीप खानवलकर ने बताया कि सौ साल पुराना एक पेड़ हजारों पौधों के बराबर होता है। यदि आप एक पुराना पेड़ लगाकर हजारों पौधे भी लगा दें तो वह उसकी भरपाई नहीं कर सकते। इसलिए हमें पहले पेड़ों को बचाने पर ध्यान देना होगा।
क्यों कट रहे पेड़
एमओजी लाइन का बड़ा क्षेत्र नगर निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लिया है। यह इंदौर का पुराना क्षेत्र है जहां पर होलकर सेना के सैनिकों का घर है। यहां पांच हजार से अधिक प्राचीन पेड़ हैं। स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर बिल्डिंगें, माल आदि बनेंगे। यहां की जमीनें नगर निगम ने प्राइवेट कंपनियों को बेच दी हैं। अब इन पेड़ों को काटकर यहां पर विकास कार्य किया जाएगा।

