
एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नितेश भार्गव की टीम ने कार्रवाई कर एक नाबालिक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं। अपने दोस्त का जन्मदिन मनाने के लिए उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
उज्जैन जिले में लगभग चार दिन पहले बड़नगर थाना क्षेत्र के खोप दरवाजा स्थित एक किराना दुकान पर अनोखी चोरी हुई थी। जिसमें चोर किराने का सामान तो चुरा कर नहीं ले गए बल्कि देसी घी के डब्बे, ड्रायफ्रूट, बीड़ी, सिगरेट और अन्य कीमती सामान चुरा कर फरार हो गए थे। बड़नगर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। किराना दुकान संचालक के अनुसार यह चोरी करीब तीन लाख के सामान और नगदी की थी।
इस मामले में एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नितेश भार्गव की टीम ने कार्रवाई कर एक नाबालिक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जो एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं। अपने एक दोस्त का जन्मदिन धूमधाम से मनाने के लिए उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। लेकिन, चोरी के सामान को बेचने से पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश भार्गव ने बताया कि 29 मई को पल्लव अग्रवाल ने थाने पहुंचकर एक केस दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि अज्ञात चोरों ने उनकी खोप दरवाजा स्थित दुकान में छत के दरवाजे से घुसकर यहां रखी केसर, सांची घी की बाल्टियां, सिगरेट, गुटका के बोरे, बीड़ी, काजू, बादाम के कट्टे, पान बहार और अखरोट-अंजीर की पेटी सहित 2,75,000 का सामान चोरी कर लिया है। इस दौरान चोर गल्ले में रखे 85000 रुपये भी चुरा ले गए थे। सूचना के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 457, 380 भादवि का प्रकरण दर्ज किया था।
ऐसे पकड़ाए आरोपी
मामले की जांच के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उन्हें नीले रंग की एक अर्टिगा कार दिखाई दी थी। पुलिस इस कार को देखकर यह तो समझ गई थी कि देर रात दुकान के पास निकल रही इसी कार में ही आरोपी होंगे। पुलिस ने कार के नंबर एमपी-09 जेडएच 5714 से खोजबीन की तो पता चला कि यह इंदौर की एक ट्रेवल्स कंपनी की गाड़ी है, जिसे बड़नगर में ही रहने वाले अक्षय उर्फ यश पिता हरिश प्रजापत (21) ने किराए पर लिया था। अक्षय के नाम की जानकारी लगते ही पुलिस में उसे हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपने दोस्तों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूल कर दिया।
यह थी चोरी करने की वजह
आरोपी अक्षय उर्फ यश पिता हरिश प्रजापत, कृतिक पिता अनिल शर्मा (21) और एक अन्य नाबालिग (17) खोप दरवाजा बड़नगर के निवासी है। पुलिस को बताया कि एलएलबी के छात्र कृतिक के जन्मदिन की पार्टी को लेकर सभी दोस्तों ने पल्लव अग्रवाल की दुकान में चोरी करने की प्लानिंग की थी। घटना में शामिल नाबालिक पल्लव की दुकान में ही काम करता था, इसीलिए उसने कृतिक और अक्षय को दुकान के बारे में सब कुछ बताया था। उन्होंने कुछ ऐसी योजना बनाई कि आरोपी दुकान की शटर खोलकर नहीं बल्कि उसके पास बने रहे एक निर्माणाधीन मकान से दुकान में घुसे और फिर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सामान ले जाने के लिए आरोपियों ने इंदौर से एक कार किराए पर बुलाई थी। जिसके नंबर के आधार पर ही आरोपियों को पकड़ा गया है।