
यूनाइटेड मलयाली एसोसिएशन के ओडी जोसेफ ने बताया कि सांस्कृतिक, मनोरंजक, खानपान और खरीद फरोख्त से जुड़े इस आयोजन का मकसद प्रदेश को मलयाली संस्कृति से रूबरू कराना है। प्रदेश सरकार इस महत्वपूर्ण आयोजन में सहयोग भी कर रही है।
किसी भी देश, प्रदेश, शहर, कस्बे की एक खास संस्कृति और परंपरा होती है। उससे जुड़ा व्यक्ति दुनिया में कहीं जाकर बस जाए, वह अपनी सभ्यता से जुड़ा रहना भी चाहता है और उसको सहेजकर रखना भी उसकी ख्वाहिश होती है। प्रदेश में बसे हुए मलयाली संस्कृति के लोग भी इसी मशक्कत में लगे हुए हैं। उन्होंने अपनी संस्कृति से शहर और प्रदेश वासियों को रूबरू कराने एक आयोजन की तैयारी की है।
मप्र सरकार इस 3 दिन के उत्सव को निखारने में आगे दिखाई दे रही है, जबकि इसे लेकर मलयाली एसोसिएशन द्वारा केरल सरकार से लगाई गई गुहार खाली लौट आई है। यूनाइटेड मलयाली एसोसिएशन के ओडी जोसेफ ने गुरुवार को भोपाल में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने राजधानी में 7 जून से शुरू होने वाले 3 दिवसीय आयोजन की रूपरेखा बताई।
जोसेफ ने बताया कि सांस्कृतिक, मनोरंजक, खानपान और खरीद फरोख्त से जुड़े इस आयोजन का मकसद प्रदेश को मलयाली संस्कृति से रूबरू कराना है। उन्होंने बताया कि आयोजन में शामिल होने के लिए सीएम, डिप्टी सीएम, कई मंत्रियों और विधायकों से संपर्क किया गया है। इनमें से अधिकांश ने कार्यक्रम में शामिल की स्वीकृति दे दी है।
साथ ही प्रदेश सरकार इस महत्वपूर्ण आयोजन में सहयोग भी कर रही है। जोसेफ ने कहा कि इसके विपरीत केरल सरकार से इस मामले में मांगी गई मदद के लिए न तो कोई जवाब आया और न ही किसी तरह के सहयोग का आश्वासन दिया गया है। इस अवसर पर संस्था के आरएस पिल्लई, केपी दास, एजी वल्लभन, सीमा दामोदरन आदि भी मौजूद थे।
3 दिखेगा मलयाली जलवा
ओडी जोसेफ ने बताया कि संस्था की 40वी वर्षगांठ के मौके पर राजधानी भोपाल में केरला फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। 7 से 9 जून तक चलने वाला यह आयोजन विट्ठल मार्केट ग्राउंड में होगा। इस मौके पर हर दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जिसके लिए करीब 35 कलाकार केरल से आएंगे। इस फेस्टिवल में खानपान, मलयाली प्रोडक्ट की बिक्री, कई प्रतियोगिताएं और मनोरंजक कार्यक्रम होंगे।