
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी पर बुधवार रात एक युवक के साथ बेरहमी से मारपीट के आरोप लगे थे। इस मामले में गुरुवार शाम पुलिस ने एक खुलासा करते हुए बताया कि जुआरी युवक और साथियों को पकड़कर जब थाने लाया गया तब एक आरोपी के परिजन थाने में घुस आए और आरोपी को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ा ले गए और पुलिस पर ही मारपीट का आरोप लगा दिया। इस मामले में पुलिस ने थाने में हंगामा करने वाली महिलाओं और पुरुषों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पहले समझिए क्या है मामला
बुधवार रात यह कहा गया कि गयाप्रसाद उर्फ गुड्डून पिता दुर्गा प्रसाद केवट को तेंदूखेड़ा पुलिस उठाकर थाने ले गई और मारपीट कर दी। पुलिस की मारपीट से युवक बेहोश हो गया। परिजनों को जानकारी लगने के बाद वे समाज के लोगों के साथ पहले थाने पहुंचे और घायल को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तेंदूखेड़ा पहुंचे, जहां युवक का प्राथमिक इलाज किया गया।
इधर परिजनों और समाज के लोगों ने दमोह जबलपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि थाना प्रभारी ने बेवजह गुड्डन के साथ मारपीट की है, इन पर कार्रवाई की जाए। रात करीब 11 बजे तक जाम लगा रहा। एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देश पर एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजनों से बात की और वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के बाद तेंदूखेड़ा एसडीएम से मजिस्ट्रियल जांच करने के लिए कहा। तब परिजन माने और जाम को खोला गया।
थाने से आरोपी को छुड़ा ले गए परिजन
एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि बुधवार रात पुलिस को सूचना मिली कि नगर से 3 किमी दूर ग्राम झरोली में जुआ चल रहा है। सूचना पर तेंदूखेड़ा पुलिस पहुंची तो पीपल के पेड़ के नीचे धर्मेंद्र पिता शिम्मूलाल केवट निवासी झलौरी, चरन सिंह पिता प्रताप सिंह लोधी निवासी मड़पिपरिया, डाल सिंह पिता देवीसिंह लोधी निवासी नरगुआ, गुड्डन पिता दुर्गा केवट निवासी केवट मोहल्ला तेंदूखेड़ा जुआ खेलते हुए पाए गए। जिनको गिरफ्तार कर थाने लाया गया और उन पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया चल रही थी। मामले की सूचना आरोपियों के परिजनों को लग गई और उन्होंने थाने में हंगामा करते हुए आरोपी गुड्डन को थाने से छुड़ा लिया और स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर भर्ती करवा दिया और यह झूठी बात फैला दी की पुलिस ने मारपीट की है। आरोपी के परिजनों ने अस्पताल परिसर पहुंचकर हंगामा किया तथा जबलपुर- दमोह मार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश की।
मामले में परिजनों के आरोपों की जांच के लिए दमोह एसपी ने एएसपी संदीप मिश्रा और एसडीओपी तेंदूखेड़ा को मौके पर भेजकर आरोपियों का चिकित्सीय परीक्षण कराया। परीक्षण रिपोर्ट में डॉक्टर ने आरोपी के शरीर पर मारपीट की कोई भी चोट या निशान होना नहीं पाया। इससे स्पष्ट हुआ कि परिजनों द्वारा लगाए आरोप पूर्णत गलत हैं। परिजनों के इस हंगामे से शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न हुई जिस कारण से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुड्डन के परिजनों के विरुद्ध धारा 353,143,145, 147,149,283,188 के तहत मामला दर्ज़ कर विवेचना में लिया गया और चारों आरोपियों के विरुद्ध जुआ एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया।